बड़ौदा मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले वडोदरा के अशरफ केसरानी ने ऑल इंडिया पोस्ट ग्रैजुएट नैशनल एलिजबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (PG-NEET) में देश में पहली रैंक हासिल की है। केसरानी ने 1200 में से 1006 मार्क्स हासिल किए। PG-NEET के नतीजे गुरुवार को घोषित किए गए। अपने परिवार में डॉक्टर बनने वाले वह पहले शख्स हैं।
एक मिडिल क्लास परिवार से आने वाले केसरानी के पिता एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। केसरानी का कहना है कि सबसे अच्छे मेडिकल कॉलेज से कम फीस में उच्च मेडिकल शिक्षा हासिल करने का उनका सपना पूरा हो गया है। उन्होंने कहा, ‘यह मेरा सपना था कि मैं बिना अपने पिता को पीजी मेडिकल कोर्स की फीस के भार में दबाए पढ़ाई कर सकूं। मुझे खुशी है कि मैंने यह सपना पूरा कर लिया है।’ केसरानी नई दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से MD करना चाहते हैं।
देश में कुल 1.43 लाख छात्रों ने एग्जाम दिया था जिनमें से 78,660 स्टूडेंट्स क्वॉलिफाई करने में कामयाब रहे। गुजरात में करीब 6000 लोगों ने टेस्ट दिया था। अहमदाबाद में बीजे मेडिकल कॉलेज के यश शाह ने 15वीं रैंक हासिल की है। उन्हें 946 मार्क्स मिले हैं। वह मेडिसिन में MD करना चाहते हैं। उन्होंने कोचिंग की जगह सेल्फ-स्टडी को चुना और अपनी उम्मीद से भी ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया। बीजे मेडिकल कॉलेज के ही कवन पारिख ने 18वीं रैंक हासिल की। कवन मेडिसिन या रेडियॉलजी में पढ़ाई करना चाहते हैं। वह कॉलेज के जूनियर स्टूडेंट्स को पढ़ाते भी हैं।
एक मिडिल क्लास परिवार से आने वाले केसरानी के पिता एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। केसरानी का कहना है कि सबसे अच्छे मेडिकल कॉलेज से कम फीस में उच्च मेडिकल शिक्षा हासिल करने का उनका सपना पूरा हो गया है। उन्होंने कहा, ‘यह मेरा सपना था कि मैं बिना अपने पिता को पीजी मेडिकल कोर्स की फीस के भार में दबाए पढ़ाई कर सकूं। मुझे खुशी है कि मैंने यह सपना पूरा कर लिया है।’ केसरानी नई दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से MD करना चाहते हैं।
देश में कुल 1.43 लाख छात्रों ने एग्जाम दिया था जिनमें से 78,660 स्टूडेंट्स क्वॉलिफाई करने में कामयाब रहे। गुजरात में करीब 6000 लोगों ने टेस्ट दिया था। अहमदाबाद में बीजे मेडिकल कॉलेज के यश शाह ने 15वीं रैंक हासिल की है। उन्हें 946 मार्क्स मिले हैं। वह मेडिसिन में MD करना चाहते हैं। उन्होंने कोचिंग की जगह सेल्फ-स्टडी को चुना और अपनी उम्मीद से भी ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया। बीजे मेडिकल कॉलेज के ही कवन पारिख ने 18वीं रैंक हासिल की। कवन मेडिसिन या रेडियॉलजी में पढ़ाई करना चाहते हैं। वह कॉलेज के जूनियर स्टूडेंट्स को पढ़ाते भी हैं।