तुर्की ने उइगर मुस्लिमों के साथ हो रहे ख़राब बर्ताव को लेकर चीन पर निशाना साधा है। चीन की आलोचना करते हुए तुर्की ने उसके इस बर्ताव को मानवता को शर्मसार करने वाला क़रार दिया है।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, चीन में अल्पसंख्यक उइगर समुदाय के एक प्रमुख संगीतकार की मौत की रिपोर्टों के बाद तुर्की ने चीन से उइगर मुसलमानों के लिए बनाए गए हिरासत कैंप बंद करने की मांग की है। तुर्की ने उइगर मुस्लिमों के साथ हो रहे ख़राब बर्ताव को लेकर चीन चीन को चेतावनी भी दी है। चीन के शिनजियांग क्षेत्र में तुर्की भाषा बोलने वाले उइगरों की बड़ी आबादी रहती है।
तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हामी अकसॉय ने कहा, “21वीं सदी में फिर से कंसंट्रेशन कैंप बनाया जाना और उइगर तुर्क मुसलमानों के ख़िलाफ़ चीनी प्रशासन की नीतियां मानवता के लिए शर्म की बात हैं।” उन्होंने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, ‘उइगरों के प्रति चीनी अधिकारियों की सुनियोजित नीति मानवता को शर्मसार करने वाली है।
कौन हैं उइगर मुसलमान?
उइगर मुसलमान अधिकतर चीन के शिनजियांग प्रांत में रहते हैं। इस प्रांत की लगभग 45 प्रतिशत आबादी उइगर मुसलमानों की है। यह लोग अपने आप को सांस्कृतिक और नस्लीय तौर पर तुर्की और अन्य मध्य एशियाई देशों के क़रीब देखते हैं और उनकी भाषा भी तुर्की से मिलती जुलती है।
तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि “अब यह कोई राज़ नहीं रह गया है कि हिरासत में रखे गए दस लाख से अधिक उइगर मुसलमानों को प्रताड़ित किया जा रहा है और उनका राजनीतिक तौर पर ब्रेनवाश किया जा रहा है।” तुर्की ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से भी अपील की है कि वे शिनजियांग में व्याप्त इस मानव त्रासदी पर रोक लगाने के लिए प्रभावी क़दम उठाएं।