बुलन्दशहर : मुस्लिम बेटी ज़ुबैदा मजीद खान बनी DSP . दिखा दिया की अगर तालीम मिले तो मुस्लिम बेटियां भी किसी से कम नही. कड़ी मेहनत और लगन के बल पर कोई भी काम मुश्किल नही. ज़ुबैदा मजीद खान ने ये बात सच कर दिखाया. PCS की परीक्षा पास कर के जुबैदा मजीद खान DSP के पद पर नियुक्त हुई है. जुबैदा के घर बधाईयों का ताँता लगा हुआ है
बुलंदशहर जिला के खोराजा में मोहल्ला पठान वारा की रहने वाले माजिद खांन की बेटी जुबैदा खान का जन्म 1991 मे हुआ। उन्होंने ने बुलंदशहर से 2009 मे हाई स्कूल 2011 मे अलीगढ़ से इंटर और 2014 मे बीए पास किया।
उसके बाद वह पढ़ने के लिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी चली गईं जहां से उन्होंने एलएलबी और एलएलएम किया। एएमयू में एलएलएम में जुबैदा ने गोल्ड मेडल हासिल किया।
जुबैदा पहली ही बार में पीसीएस परीक्षा 2015 मे सफलता प्राप्त करके सब रजिस्टर के पद पर हुई लेकिन वह बरेली के बहैडी में तैनात है अब वह पीसीएस 2016 मे सिलेक्ट हुई है।
जुबैदा की मां लिबना खान कहती है कि बेटिया किसी से कम नही होती। जुबैदा माजिद खांन ने बताया कि वह अपने इस सफलता के लिए अपने दादा स्वर्गीय अरशद हुसैन खां को क्रेडिट देती है। उनके मुताबिक सफलता का सफर अभी अधूरा है आगे अभी बहुत कुछ करना बाकी है।
बुलंदशहर जिला के खोराजा में मोहल्ला पठान वारा की रहने वाले माजिद खांन की बेटी जुबैदा खान का जन्म 1991 मे हुआ। उन्होंने ने बुलंदशहर से 2009 मे हाई स्कूल 2011 मे अलीगढ़ से इंटर और 2014 मे बीए पास किया।
उसके बाद वह पढ़ने के लिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी चली गईं जहां से उन्होंने एलएलबी और एलएलएम किया। एएमयू में एलएलएम में जुबैदा ने गोल्ड मेडल हासिल किया।
जुबैदा पहली ही बार में पीसीएस परीक्षा 2015 मे सफलता प्राप्त करके सब रजिस्टर के पद पर हुई लेकिन वह बरेली के बहैडी में तैनात है अब वह पीसीएस 2016 मे सिलेक्ट हुई है।
जुबैदा की मां लिबना खान कहती है कि बेटिया किसी से कम नही होती। जुबैदा माजिद खांन ने बताया कि वह अपने इस सफलता के लिए अपने दादा स्वर्गीय अरशद हुसैन खां को क्रेडिट देती है। उनके मुताबिक सफलता का सफर अभी अधूरा है आगे अभी बहुत कुछ करना बाकी है।