बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आरोप लगाया है कि मोकामा शेल्टर होम से लड़कियां भागी नहीं हैं, उन्हें गायब किया गया है।
सज़ायाफ़्ता लालू प्रसाद ने ट्वीट किया है कि‘मुज़फ़्फ़रपुर जन बलात्कार कांड की पीड़ित लड़कियाँ जो केस में गवाह थी उनको दूसरे शेल्टर होम से भी गायब कर दिया गया है और बताया ये जा रहा कि वो फ़रार हुई है। कितनी निक्कमी सरकार है जो सत्ता संरक्षित जनबलात्कार से पीड़ित अनाथ बच्चियों को भी नहीं संभाल सकती।’
दरअसल राजधानी पटना के मोकामा स्थित एक बालिका सुधार गृह से 7 लड़कियां गायब हैं। इन 7 लड़कियों में से 5 मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की पीड़िता हैं।
राज्य के DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने घटना की पुष्टि की है। जिस बालिका सुधार गृह से लड़कियां लापता हुई हैं वो नाजरथ अस्पताल द्वारा संचालित हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जो सातों लड़कियां लापता हुई हैं उन सब को चार-पांच महीने पहले ही इस शेल्टर होम में लाया गया था। बताया जा रहा कि लड़कियां सुबह तीन बजे शेल्टर होम के बाथरूम का ग्रिल काटकर भागी हैं।
लेकिन अभी इस बात की पुष्टी नहीं हुई है कि लड़कियां खुद भागी हैं या उन्हें गायब किया गया है। 7 लड़कियों में से 5 मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड की पीड़िता और गवाह हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले को कमजोर करने के लिए लड़कियों को गायब किया गया है?
या मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की तरह मोकामा के शेल्टर होम में भी लड़कियों का उत्पीड़न किया जा रहा था इसलिए वो खुद भाग गईं?
इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने लिखा है ‘इस बीच युद्ध के शोर में सत्ता के अपराधी अपना काम कर रहे हैं’