इन दिनों ए आर रहमान और उनकी बेटी काफी सुर्ख़ियों में हैं. अफ़सोस की बात यह है कि जो इंसान अपनी काबिलियत के लिए दुनिया भर में सुखियाँ बनता है, उसके साथ आज अपने ही देश में इस तरह का बर्ताव किया जा रहा है. आम तौर पर देखा जाए तो ए आर रहमान और उनकी बेटी पर निशाना साधने वालों में मिली जुली जमात वाले लोग शामिल हैं. इनमे वह लोग भी शामिल हैं जो हिंदुत्व विचारधारा को आगे बढाते हैं.
और रहमान के ज़रिये आपनी कुंठा शांत कर रहे हैं. तो दूसरी तरफ खुदा को पढ़ा लिखा कहने वाला लिबरल तबका भी शामिल है जो इसके ज़रिये इस्लाम पर निशाना साधने की कोशिश करता है और हमेशा इस फिराक में बैठा रहता है. लेकिन ऐसा करने वालों को इस्लाम के बारे में ज़रा सी भी जानकारी नहीं है. क्योंकि अगर उन्हें इस्लाम के बारे में और इस्लाम के भीतर महिलाओं को. मिलने वाली आजादी के बारे में पता,
तो वह कभी ऐसा नहीं बोलते. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि इस्लाम में महिलाओं को पूरी आजादी द गई है और इस्लाम के आने के बाद पूरे अरब में औरतों. की हालात में सुधार आता चला गया. ऐसे में कहा जा सकता है कि आखिरी नबी से चौदह सौ साल पहले ही महिला सशक्तिकरण का आन्दोलन छेड़ दिया था. बहरहाल, इस बीच असदुद्दीन ओवैसी की एक तस्वीर वायरल हो रहा है, जिसे
सोशल मीडिया पर लोग खूब पसंद कर रहे हैं. इसमें असदुद्दीन ओवैसी एक एयरहोस्टेज “पूजा” के साथ दिख रहे है और एयरबस की तंग जगह वजह की वजह से उन्होंने अपने पंजों को समेट रखा है कि, इस तंग जगह गलती से भी एयरहोस्टेज पूजा के शरीर छुआ न जाए क्योंकि इस्लाम में नामेहरम को छूने की इज़ाज़त नहीं है. इसलिए असदुद्दीन ओवैसी हाथ समेटे कोने में घुसे जा रहे हैं.