पुलवामा में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है हर आम और ख़ास में आतंकी हमले को लेकर ग़म और ग़ुस्सा साफ़ देखा जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज़ और बहुजन समाज पार्टी के युवा क़द्दावर नेता अपने ग़म और ग़ुस्से का इजहार फ़ेसबुक के अपने अधिकारिक पेज के माध्यम से किया है उन्होंने हमले में शहीद हुए जवानों को श्रधांजलि देते हुए घायल जवानों के लिए दुआ के साथ साथ अपने ग़ुस्से को भी ज़ाहिर करते हुए लिखा की ‘हमें निंदा नही चाहिए और एक भी आतंकी ज़िंदा नही चाहिए’
क्या लिखा है अब्बास अंसारी ने अपने फ़ेंसबुक पर
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सी.आर.पी.एफ. के वीर जवानों के शहादत पर खिराजे अकीदत पेश करता हूँ । मैं शहीदों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि हमले में घायल हुए जवान जल्द से जल्द स्वस्थ हो।
CRPF के जवानों पर हमला, हमारे “देश” के ऊपर हमला है, देश का बच्चा बच्चा, अब “बयान” नहीं “बदला” चाहता है । भारत सरकार जवाबी कार्रवाई करे और पाकिस्तान और आतंकियों को जड़ से खत्म करे। एक सैनिक के शहीद होने पर उसके परिवार के लोग फक्र से सिर ऊंचा रखते हैं लेकिन उन्हें पीड़ा भी होती है। एक शहीद का परनाती होने के चलते मैं यह समझ सकता हूं। आदरणीय प्रधानमंत्री जी अब समय आ गया है जब देश के वीर शहीदों का बलिदान व्यर्थ नही जाने दिया और पाकिस्तान और आतंकवादियों को सबक सिखाया जाए। आखिरकार शहीदों के बलिदान व्यर्थ होगा या सरकार इसपर कोई कड़ा कदम उठाएगी।
अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज़ और बहुजन समाज पार्टी के युवा क़द्दावर नेता अपने ग़म और ग़ुस्से का इजहार फ़ेसबुक के अपने अधिकारिक पेज के माध्यम से किया है उन्होंने हमले में शहीद हुए जवानों को श्रधांजलि देते हुए घायल जवानों के लिए दुआ के साथ साथ अपने ग़ुस्से को भी ज़ाहिर करते हुए लिखा की ‘हमें निंदा नही चाहिए और एक भी आतंकी ज़िंदा नही चाहिए’
क्या लिखा है अब्बास अंसारी ने अपने फ़ेंसबुक पर
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सी.आर.पी.एफ. के वीर जवानों के शहादत पर खिराजे अकीदत पेश करता हूँ । मैं शहीदों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि हमले में घायल हुए जवान जल्द से जल्द स्वस्थ हो।
CRPF के जवानों पर हमला, हमारे “देश” के ऊपर हमला है, देश का बच्चा बच्चा, अब “बयान” नहीं “बदला” चाहता है । भारत सरकार जवाबी कार्रवाई करे और पाकिस्तान और आतंकियों को जड़ से खत्म करे। एक सैनिक के शहीद होने पर उसके परिवार के लोग फक्र से सिर ऊंचा रखते हैं लेकिन उन्हें पीड़ा भी होती है। एक शहीद का परनाती होने के चलते मैं यह समझ सकता हूं। आदरणीय प्रधानमंत्री जी अब समय आ गया है जब देश के वीर शहीदों का बलिदान व्यर्थ नही जाने दिया और पाकिस्तान और आतंकवादियों को सबक सिखाया जाए। आखिरकार शहीदों के बलिदान व्यर्थ होगा या सरकार इसपर कोई कड़ा कदम उठाएगी।