पुलवामा के आ-तंकी हम-ले ने देश को स्तब्ध करके रख दिया है| इस हमले के बाद से ही देश भर के लोगों के मन में इस आतं-कियों के प्रति काफी गुस्सा है| इस हादसे में हमारे देश के लगभग 49 जवान अब तक शहीद हो चुके हैं| कई गंभीर रूप से घायल भी हैं| इन जवानों के परिवारों के साथ साथ पूरा देश भी इस वक़्त सदमे में डूबा हुआ है| और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूरा देश बदला लेने की बात कर रहा है| यहाँ तक की सारा विपक्ष भी इस मामले में इनके साथ खड़ा हुआ है, कि अब तो बहुत हुआ अब बात नहीं इनको मुहं तोड़ जवाब से ही समझया जा सकता है|
देश के तमाम लोग ह-मले में शहीदों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर कर रहे हैं| और उनके परिवारों को भी सांत्वना दे रहे हैं| हालांकि जो हुआ, उस की क्षतिपूर्ति तो नहीं की जा सकती है| लेकिन जितना हो सकते हम उनके परिवार वालों की मदद करके उनके इस दर्द को कम तो कर ही सकते हैं|
बिहार के शेखपुरा की डीएम इनायत खान ने फैसला किया है, कि वह पुलवामा हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान रतन ठाकुर और संजय सिन्हा की एक-एक बेटी को गोद लेंगी| और जिंदगी भर तक उन बच्चियों की न केवल परवरिश करेंगी| वाल्की उनका आजीवन पढ़ाई-लिखाई का भी खर्च उठाएंगी|
डीएम इनायत खान ने अपना 2 दिन का वेतन, देश के शहीदों को देने का फैसला किया है| एक शोक सभा के बाद उन्होंने ये सारी बातें और अपनी मासिक वेतन में से दो दिन का वेतन देने का ऐलान किया| इसके साथ ही उन्होंने देश वासियों से भी अनुरोध किया है, कि जिससे जितना बन सके शहीदों के लिए मदद करें|
शोक सभा के बाद मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहीं उन्होंने कहा कि पुलवामा की घटना से पूरा देश स्तब्ध है, और ऐसे में हर एक अच्छे नागरिक का कर्तव्य बनता है कि इस मुश्किल की घड़ी में है हम सब उनके साथ आकर खड़े हों| DM इनायत खान ने बताया कि, एक अकाउंट खोला गया है जिसके ज़रिये शहीदों के परिवारों को पैसा पहुँचाया जायेगा| आप लोग हर संभव सहयोग करें, जो हमारे देश के जवानों के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी|
DM इनायत खान की ऐसी मुश्किल घड़ी में यह पहल, वाकई में काबिले तारीफ है| और हम सब देशवासियों को भी दिखा देना चाहिए कि जब-जब इस देश पर विपत्ति आई है, तो देश का हर नागरिक अपने देश के जवानों और उनके परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा हुआ है|
इस देश में कैसे भी विपत्ति, इस देश की अखंडता और भाईचारे को नहीं तोड़ सकती इससे पहले भी हमारे देश के नागरिकों ने कई प्रमाण दिए हैं| और आगे भी देंगे|