नई दिल्ली- सीबीआई जिसका नाम सुनते ही दरवाज़े अपने आप सच उगलने लगते थे । नेता बाथरूम में छुप जाते थे, कानून जंहा आकर महसूस होता था कि ज़िंदा है आज वह ख़ुद अपने इंसाफ के लिए दहलीज़ से बाहार घूम रहा है । जब लगता था कि कुछ ग़लत इंसाफ हुआ है तब लोग सीबीआई जांच की मांग करते थे।
अब मै सोच रहा हूँ कि अब लोग किसकी मांग करेंगे कौन सी जाँच करवाया करेंगे। अब कौन सा दरवाज़ा खटखटाया जा करेगा इंसाफ के लिए जनता किस संस्था की मांग किया करेगी सोचने लायक बात है । ये वही सीबीआई है जिसे नजीब नही मिला था, ये वही सीबीआई है जिसने एक माँ के आँखों के आंसुओं की कोई कीमत नही समझ कर उस के बेटे की उम्मीद ही खत्म कर दी थी उसके आँखों में ही खत्म कर दिया था।
उसके बेटे को नजीब बहुत से सवाल पैदा कर गया था सीबीआई के लिए नजीब साबित कर रहा था कि सीबीआई नाकाम है और उसने सही कहा था । आज ऐसा देख कर लगता है कि नजीब मिल सकता था क्या ? क्या ऐसी सीबीआई को नजीब मिल सकता था जिसके अधिकारी खुद अपनी ही संस्था की जाँच के घेरे में हैं ये वही संस्था है जिसने बहुत से नेताओ को क्लीन चिट दे दी थी ।
अब इस संस्था पर ही सवाल उठ रहे है जिस से लोग जवाब मांगते है । अब जवाब कौन देगा ? पुरे फेसबुक पे एक ही खबर दिख रही है सीबीआई को लेकर की सीबीआई को एक मज़लूम माँ की हाय लग गई थी तो बर्बाद होना ही था उसको अब ये खबर कितनी सही है ये तो खुदा जाने लेकिन बद्दुआओं में असर तो जरूर होता है।
(आर्टिकल फेसबुक पोस्ट के माध्यम से प्राप्त हुआ है, लेखक कौन है तलाश जारी है)
अब मै सोच रहा हूँ कि अब लोग किसकी मांग करेंगे कौन सी जाँच करवाया करेंगे। अब कौन सा दरवाज़ा खटखटाया जा करेगा इंसाफ के लिए जनता किस संस्था की मांग किया करेगी सोचने लायक बात है । ये वही सीबीआई है जिसे नजीब नही मिला था, ये वही सीबीआई है जिसने एक माँ के आँखों के आंसुओं की कोई कीमत नही समझ कर उस के बेटे की उम्मीद ही खत्म कर दी थी उसके आँखों में ही खत्म कर दिया था।
उसके बेटे को नजीब बहुत से सवाल पैदा कर गया था सीबीआई के लिए नजीब साबित कर रहा था कि सीबीआई नाकाम है और उसने सही कहा था । आज ऐसा देख कर लगता है कि नजीब मिल सकता था क्या ? क्या ऐसी सीबीआई को नजीब मिल सकता था जिसके अधिकारी खुद अपनी ही संस्था की जाँच के घेरे में हैं ये वही संस्था है जिसने बहुत से नेताओ को क्लीन चिट दे दी थी ।
अब इस संस्था पर ही सवाल उठ रहे है जिस से लोग जवाब मांगते है । अब जवाब कौन देगा ? पुरे फेसबुक पे एक ही खबर दिख रही है सीबीआई को लेकर की सीबीआई को एक मज़लूम माँ की हाय लग गई थी तो बर्बाद होना ही था उसको अब ये खबर कितनी सही है ये तो खुदा जाने लेकिन बद्दुआओं में असर तो जरूर होता है।
(आर्टिकल फेसबुक पोस्ट के माध्यम से प्राप्त हुआ है, लेखक कौन है तलाश जारी है)