नई दिल्ली: रामलीला मैदान में भाजपा युवा मोर्चा द्वारा आयोजित संकल्प रैली कुछ सवाल भी छोड़ गया है. दरअसल 2 महीने के दौरान यह प्रदेश भाजपा के अलग-अलग मोर्चे द्वारा आयोजित यह पांचवीं रैली थी लेकिन इसमें अपेक्षाकृत भीड़ नहीं होने से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी भड़क पड़े.
युवा संकल्प रैली के लिए रविवार को दोपहर 12 बजे तक दिल्ली के तमाम पार्टी कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था. कई इलाकों से बसें भी भर-भर के आई. बावजूद रामलीला मैदान के जिस हिस्से में बैठने की व्यवस्था की गई थी वहां कुर्सियां नहीं भरी. दोपहर दो बजे के करीब जब प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी मंच पर अपना भाषण देने आए, सामने खाली कुर्सी और पीठ दिखाकर लौट रहे युवाओं को देख वहां भाषण के दौरान ही भड़क गए.
नदारद दिखे भाजपा सांसद
इससे पहले इसी रामलीला मैदान में प्रदेश भाजपा के पूर्वांचल मोर्चा, महिला मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा की रैली हो चुकी है. उसमें जितने लोगों ने हिस्सा लिया और मंच पर नेता जुटे थे, उसकी तुलना में आज की संकल्प रैली में लोग कम आए थे. मंच से दिल्ली के सातों सांसदों को जिताने की बात हो रही थी लेकिन दो सांसद रमेश बिधूड़ी और डॉ. हर्षवर्धन नदारद दिखे. इतना ही नहीं युवा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और पूनम महाजन भी अलग-अलग कारणों के चलते इस रैली में नहीं आए.
5 मिनट में भाषण किया खत्म
आमतौर पर मनोज तिवारी जब अपना संबोधन शुरू करने के लिए मंच पर माइक थामते हैं तो तालियों की गड़गड़ाहट होने लगती है. सामने मैदान में बैठे कार्यकर्ता व आम लोग यह मान कर चलते हैं कि भाजपा नेता से पहले कलाकार मनोज तिवारी जरूर कुछ गुनगुना कर सुनाएंगे लेकिन आज तेवर बिल्कुल बदला हुआ था. नतीजा रहा अपना संबोधन उन्होंने 5 मिनट में ही खत्म कर दिया. विपक्षी पार्टियों के गठबंधन और केजरीवाल सरकार की नीतियों का विरोध करने की बातें भी अपने इसी 5 मिनट के भाषण में कह कर रैली के मुख्य वक्ता के तौर पर शिवराज सिंह चौहान बुलाकर बैठ
गए.
युवा संकल्प रैली के लिए रविवार को दोपहर 12 बजे तक दिल्ली के तमाम पार्टी कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था. कई इलाकों से बसें भी भर-भर के आई. बावजूद रामलीला मैदान के जिस हिस्से में बैठने की व्यवस्था की गई थी वहां कुर्सियां नहीं भरी. दोपहर दो बजे के करीब जब प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी मंच पर अपना भाषण देने आए, सामने खाली कुर्सी और पीठ दिखाकर लौट रहे युवाओं को देख वहां भाषण के दौरान ही भड़क गए.
नदारद दिखे भाजपा सांसद
इससे पहले इसी रामलीला मैदान में प्रदेश भाजपा के पूर्वांचल मोर्चा, महिला मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा की रैली हो चुकी है. उसमें जितने लोगों ने हिस्सा लिया और मंच पर नेता जुटे थे, उसकी तुलना में आज की संकल्प रैली में लोग कम आए थे. मंच से दिल्ली के सातों सांसदों को जिताने की बात हो रही थी लेकिन दो सांसद रमेश बिधूड़ी और डॉ. हर्षवर्धन नदारद दिखे. इतना ही नहीं युवा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और पूनम महाजन भी अलग-अलग कारणों के चलते इस रैली में नहीं आए.
5 मिनट में भाषण किया खत्म
आमतौर पर मनोज तिवारी जब अपना संबोधन शुरू करने के लिए मंच पर माइक थामते हैं तो तालियों की गड़गड़ाहट होने लगती है. सामने मैदान में बैठे कार्यकर्ता व आम लोग यह मान कर चलते हैं कि भाजपा नेता से पहले कलाकार मनोज तिवारी जरूर कुछ गुनगुना कर सुनाएंगे लेकिन आज तेवर बिल्कुल बदला हुआ था. नतीजा रहा अपना संबोधन उन्होंने 5 मिनट में ही खत्म कर दिया. विपक्षी पार्टियों के गठबंधन और केजरीवाल सरकार की नीतियों का विरोध करने की बातें भी अपने इसी 5 मिनट के भाषण में कह कर रैली के मुख्य वक्ता के तौर पर शिवराज सिंह चौहान बुलाकर बैठ
गए.