महेश बाबू एक तेलुगू फिल्म के अभिनेता हैं इनका जन्म 9 अगस्त 1975 को चेन्नई के तेलुगु में हुआ था वह बचपन से ही एक्टिंग में इंटरेस्ट रखते थे और उन्होंने बचपन से ही एक्टर बनने की तैयारी की थी साल 2003 की ब्लॉकबस्टर फिल्म ओकडु उस समय की सबसे बड़ी तेलुगु फिल्म में से एक रही है इस फिल्म में उन्होंने युवा कबड्डी की भूमिका निभाई है उनकी पत्नी का नाम नम्रता शिरोडकर है महेश बाबू ने कुरान शरीफ के बारे में क्या कहा आइए हम जानते हैं …
महेश बाबू ने हैदराबाद की एक कॉन्फ्रेंस में जब आतंकवाद की बात निकली तो उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं मानता कि आतंकवादी मुसलमान होते हैं मुसलमानों के पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने अपनी जिंदगी में किसी के साथ बुरा नहीं किया ना ही किसी के साथ नाइंसाफी की और न ही किसी से कोई झगड़ा लड़ाई की वह लोगों को अच्छा ही संदेश देते थे उन्होंने कहा कि कुरान शरीफ में कहीं भी किसी भी तरह का जुल्म करने को नहीं कहा गया है और ना ही किसी को ना हक मारने का या किसी के साथ गलत करने को कहा गया है बल्कि कुरान में यह लिखा है कि अगर आपने किसी इंसान को तकलीफ पहुंचाई है तो उसके लिए आपको गुनाह पड़ेगी और उसका हिसाब अल्लाह के वहां देना पड़ेगा .
दोस्तों महेश बाबू ने जो बात कही है वह काफी गर्व की बात है कि उन्होंने गंगा जमुना तहजीब को देखते हुए यह बात कही और एक हिंदू एक्टर होते हुए उन्होंने मुसलमानों के बारे में इतनी अच्छी बातें कहीं और आगे उन्होंने कहा कि आतंकवाद किसी भी मुसलमान यानी कि किसी भी अच्छे मुसलमान का काम नहीं हो सकता इस्लाम में आतंकवाद का कहीं भी कोई जिक्र नहीं है इस्लाम का आतंकवाद से कोई लेना देना नहीं है हुजूर पाक सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने भी कभी इसकी तालीम नहीं दी और जो इस्लाम की आड़ में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं वह मुसलमान नहीं है इस्लाम धर्म में अमन चैन शांति और भाई चारगी का और कुर्बानी का पाठ पढ़ाया जाता है दोस्तों इस्लाम के नाम पर लोग आतंकवाद को फैला रहे हैं हालांकि यह बिल्कुल सही नहीं है नाइस की तालीम उड़ान देता है और ना ही हमारे नबी की जिंदगी से यह साबित है बल्कि कुरान में यह साफ कह दिया गया है कि ना हक किसी को कत्ल नहीं कर सकते .
महेश बाबू ने हैदराबाद की एक कॉन्फ्रेंस में जब आतंकवाद की बात निकली तो उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं मानता कि आतंकवादी मुसलमान होते हैं मुसलमानों के पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने अपनी जिंदगी में किसी के साथ बुरा नहीं किया ना ही किसी के साथ नाइंसाफी की और न ही किसी से कोई झगड़ा लड़ाई की वह लोगों को अच्छा ही संदेश देते थे उन्होंने कहा कि कुरान शरीफ में कहीं भी किसी भी तरह का जुल्म करने को नहीं कहा गया है और ना ही किसी को ना हक मारने का या किसी के साथ गलत करने को कहा गया है बल्कि कुरान में यह लिखा है कि अगर आपने किसी इंसान को तकलीफ पहुंचाई है तो उसके लिए आपको गुनाह पड़ेगी और उसका हिसाब अल्लाह के वहां देना पड़ेगा .
दोस्तों महेश बाबू ने जो बात कही है वह काफी गर्व की बात है कि उन्होंने गंगा जमुना तहजीब को देखते हुए यह बात कही और एक हिंदू एक्टर होते हुए उन्होंने मुसलमानों के बारे में इतनी अच्छी बातें कहीं और आगे उन्होंने कहा कि आतंकवाद किसी भी मुसलमान यानी कि किसी भी अच्छे मुसलमान का काम नहीं हो सकता इस्लाम में आतंकवाद का कहीं भी कोई जिक्र नहीं है इस्लाम का आतंकवाद से कोई लेना देना नहीं है हुजूर पाक सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने भी कभी इसकी तालीम नहीं दी और जो इस्लाम की आड़ में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं वह मुसलमान नहीं है इस्लाम धर्म में अमन चैन शांति और भाई चारगी का और कुर्बानी का पाठ पढ़ाया जाता है दोस्तों इस्लाम के नाम पर लोग आतंकवाद को फैला रहे हैं हालांकि यह बिल्कुल सही नहीं है नाइस की तालीम उड़ान देता है और ना ही हमारे नबी की जिंदगी से यह साबित है बल्कि कुरान में यह साफ कह दिया गया है कि ना हक किसी को कत्ल नहीं कर सकते .