मौलाना तारिक जमील एक आलिमे दीन हैं, और उनके बयानत लोगों में काफी मक़बूल हैं, लोग उनकी तक़रीरों को सुनते हैं, मौलाना भी पूरी दुनिया में तक़रीर करने के लिए जाते रहते हैं, अभी उनका एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिस में मौलाना एक सिख नवजवान के बारे में बता रहे हैं। मौलाना बता रहे हैं कि मैं इंग्लैंड गया था तो वहाँ पर एक सिख नवजवान आया, और उस ने कहा कि मैं एक बार शराब पी रहा था .
और इंटरनेट पर फिल्म देख रहा था, जब फिल्म खत्म हुई तो आप का फोटो आ गया, तो मुझे खयाल आया कि यह कोई आतं’कवादी है। मौलाना बताते हैं कि फिर उस नवजवान ने कहा कि मैंने आप का विडियो देखना शुरू किया, एक विडियो देखा, दो देखा, ऐसे मैंने चार विडियो देखा,फिर फैसला कर लिया कि मुझे कलमा पढ़ कर मुस्लिम बनना है। और मुझे इन्हीं से कलमा पढ़ना है, और आज वह मुस्लिम हो गए हैं। और अपना नाम उम्र रख लिया है।
मौलाना बताते हैं कि आज लोगों ने दावत देनी छोड़ दी है, आज मुस्लिम आपस में लड़ रहे हैं, एक दूसरे को मार रहे हैं, मसलक के नाम पर एक दूसरे पर फतवा लगाते हैं, और अपनी बुनियादी बातों को भूल गए हैं। मौलाना बताते हैं कि आज हमें अच्छे अखलाक का मुजाहरा करना चाहिए, मौलाना कहते हैं कि अपने नबी के अखलाक को अपनाओ, बर्दाश्त करना सीखो, लोगों से मोहब्बत करों .
और दूसरों को अपने करीब लाने की कोशिश करो, अगर आगे बढ़ना है, तो अपनी ज़ुबान को मीठा करो, अपने दिल का दरवाजा खोल कर रखो। और जो भी मिले उस से प्यार मोहब्बत से बात करो। अगर आप ऐसा करेंगे तो लोग आप के करीब आएंगे। लेकिन अगर अच्छे अखलाक का मुजाहरा नहीं करेंगे, तो इसी तरह परेशान रहेंगे, जिंदगी में कभी आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
और इंटरनेट पर फिल्म देख रहा था, जब फिल्म खत्म हुई तो आप का फोटो आ गया, तो मुझे खयाल आया कि यह कोई आतं’कवादी है। मौलाना बताते हैं कि फिर उस नवजवान ने कहा कि मैंने आप का विडियो देखना शुरू किया, एक विडियो देखा, दो देखा, ऐसे मैंने चार विडियो देखा,फिर फैसला कर लिया कि मुझे कलमा पढ़ कर मुस्लिम बनना है। और मुझे इन्हीं से कलमा पढ़ना है, और आज वह मुस्लिम हो गए हैं। और अपना नाम उम्र रख लिया है।
मौलाना बताते हैं कि आज लोगों ने दावत देनी छोड़ दी है, आज मुस्लिम आपस में लड़ रहे हैं, एक दूसरे को मार रहे हैं, मसलक के नाम पर एक दूसरे पर फतवा लगाते हैं, और अपनी बुनियादी बातों को भूल गए हैं। मौलाना बताते हैं कि आज हमें अच्छे अखलाक का मुजाहरा करना चाहिए, मौलाना कहते हैं कि अपने नबी के अखलाक को अपनाओ, बर्दाश्त करना सीखो, लोगों से मोहब्बत करों .
और दूसरों को अपने करीब लाने की कोशिश करो, अगर आगे बढ़ना है, तो अपनी ज़ुबान को मीठा करो, अपने दिल का दरवाजा खोल कर रखो। और जो भी मिले उस से प्यार मोहब्बत से बात करो। अगर आप ऐसा करेंगे तो लोग आप के करीब आएंगे। लेकिन अगर अच्छे अखलाक का मुजाहरा नहीं करेंगे, तो इसी तरह परेशान रहेंगे, जिंदगी में कभी आगे नहीं बढ़ पाएंगे।