नई दिल्ली: विश्वविख्यात बॉक्सर मुहम्मद अली का जन्म 17 जनवरी 1942 के दिन केंटकी के लुइसविल में हुआ था। मुहम्मद अली ने 61 बॉक्सिंग मैच खेले जिनमें से 56 में वे विजेता रहे। इनमें से 37 जीत उन्होंने नॉकआउट से हासिल किया था। उनका देहांत 3 जून 2016 को हुआ।
मोहम्मद अली के सम्मान में अमेरिका ने केंटकी में स्थित लुइसविले इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम बदलकर लुइसविले मुहम्मद अली इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखा जाएगा।
दिवंगत स्पोर्ट्समैन, मानवतावादी और कार्यकर्ता मुहम्मद अली को सम्मानित करने के लिए नाम बदला जाएगा, जिन्हें स्पोर्ट्स पर्सनालिटी ऑफ द सेंचुरी चुना गया था।
अली लुइसविले में पैदा हुए थे और एक बच्चे के रूप में बड़े हुए थे और यह शहर की सबसे बड़ी हस्तियों में से एक के लिए एक उचित श्रद्धांजलि है।
1964 में जब अली ने हैवी वेट चैंपियनशिप जीती तो उन्होंने अपने मुसलमान बनने की घोषणा कर दी. अली ने घोषित करते हुए कहा, मैं अल्लाह और अमन में यकीन रखता हूं . मैं गोरी नस्ल के साथ नहीं मिल जाना चाहता हूं, मैं किसी गोरी महिला से शादी करने की भी ख्वाहिश नहीं है.
अमेरिका के महान मुक्केबाज मोहम्मद अली केवल एक महान बॉक्सर ही नहीं थे बल्कि धर्म में गहरी आस्था ने उन्हें दूसरे खिलाड़ियों की कतार से अलग पंक्ति में लाकर खड़ा कर दिया था. वह अमेरिकी मुसलमानों के लिए आदर्श बन गए थे लेकिन दूसरी तरफ इस्लाम कबूल करने के लिए अपने समर्थकों की नाराजगी भी झेलनी पड़ी. उनके गृह नगर के अखबारों ने अली के जन्म के वक्त का नाम कैसियस क्ले ही लिखना जारी रखा था।
मोहम्मद अली के सम्मान में अमेरिका ने केंटकी में स्थित लुइसविले इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम बदलकर लुइसविले मुहम्मद अली इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखा जाएगा।
दिवंगत स्पोर्ट्समैन, मानवतावादी और कार्यकर्ता मुहम्मद अली को सम्मानित करने के लिए नाम बदला जाएगा, जिन्हें स्पोर्ट्स पर्सनालिटी ऑफ द सेंचुरी चुना गया था।
अली लुइसविले में पैदा हुए थे और एक बच्चे के रूप में बड़े हुए थे और यह शहर की सबसे बड़ी हस्तियों में से एक के लिए एक उचित श्रद्धांजलि है।
1964 में जब अली ने हैवी वेट चैंपियनशिप जीती तो उन्होंने अपने मुसलमान बनने की घोषणा कर दी. अली ने घोषित करते हुए कहा, मैं अल्लाह और अमन में यकीन रखता हूं . मैं गोरी नस्ल के साथ नहीं मिल जाना चाहता हूं, मैं किसी गोरी महिला से शादी करने की भी ख्वाहिश नहीं है.
अमेरिका के महान मुक्केबाज मोहम्मद अली केवल एक महान बॉक्सर ही नहीं थे बल्कि धर्म में गहरी आस्था ने उन्हें दूसरे खिलाड़ियों की कतार से अलग पंक्ति में लाकर खड़ा कर दिया था. वह अमेरिकी मुसलमानों के लिए आदर्श बन गए थे लेकिन दूसरी तरफ इस्लाम कबूल करने के लिए अपने समर्थकों की नाराजगी भी झेलनी पड़ी. उनके गृह नगर के अखबारों ने अली के जन्म के वक्त का नाम कैसियस क्ले ही लिखना जारी रखा था।