मुझे किसी बात का लालच नहीं ,लाल बत्ती के लालची तुम लोग हो मुझे कुछ नहीं चाहिए अल्लाह का दिया हुआ मेरे पास बहुत कुछ है: Asaduddin Owaisi
लोकसभा चुनाव की चर्चा चारों तरफ है इसकी आहट के साथ-साथ राजनीतिक दलों ने भी अपने अपने पैतृक चलना शुरू कर दिए हैं इसी कड़ी में गठबंधन के सवाल पर मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने राहुल गांधी के सामने एक बड़ी शर्त रख दी है।
महागठबंधन पर पहली बार अपना साफ करते हुए मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि वो राहुल गांधी के साथ समझौता करने के लिए तैयार हैं लेकिन उसके लिए राहुल गांधी को उनकी शर्त माननी पड़ेगी और असदुद्दीन ने यह भी साफ कर दिया कि बिना उनके गठबंधन बेकार है।
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने शर्त रखी है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी महाराष्ट्र मैं दलितों के कद्दावर नेता प्रकाश अंबेडकर को सम्मानजनक सीट दें तो वह महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं यानी कि ओवैसी महागठबंधन की ताकत को बढ़ाने के लिए राहुल के सामने एक बड़ी मदद कर सकते हैं।
अगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की बात मान लेते हैं महाराष्ट्र के अंदर य भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती होगी असदुद्दीन ओवैसी और प्रकाश अंबेडकर के महागठबंधन में साथ आते ही दलित और मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण रुक जाएगा वहीं इसका सीधा फायदा कांग्रेस और एनसीपी को होगा।
मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने एक रैली को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि मुझे यहां कोई सीट नहीं चाहिए लेकिन मैं यह चाहता हूं कि मेरे बड़े भाई प्रकाश आंबेडकर को सम्मानजनक सीटें मिली चाहिए तभी महागठबंधन के साथ खड़े होने की बात हो सकती है।
असदुद्दीन ओवैसी ने राहुल गांधी और शरद पवार को चेतावनी देते हुए कह दिया कि अगर आपको असदुद्दीन ओवैसी और मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन से दिक्कत है तो आप मेरे बड़े भाई प्रकाश आंबेडकर को सम्मानजनक सीटें दे दीजिए मैं आपसे एक भी सीट नहीं चाहता मैं खुद प्रकाश अंबेडकर के लिए अलग स्टेज से लोगों से अपील करूंगा कि वह उन को मजबूत करें मुझे किसी बात का लालच नहीं है लाल बत्तियों के लालची तुम हो मुझे इन की कोई जरूरत नहीं।
असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस को एक और चुनौती देते हुए कहा कि अगर आपके अंदर हिम्मत है तो प्रकाश आंबेडकर को कितनी सीटें आप देंगे मैं उतना आपका आभारी रहूंगा लेकिन याद रखना अगर प्रकाश आंबेडकर को सम्मानजनक सीटें नहीं मिली तो इसका सीधा नुकसान आपको होगा।
(लेख DAILY WIRES का)
लोकसभा चुनाव की चर्चा चारों तरफ है इसकी आहट के साथ-साथ राजनीतिक दलों ने भी अपने अपने पैतृक चलना शुरू कर दिए हैं इसी कड़ी में गठबंधन के सवाल पर मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने राहुल गांधी के सामने एक बड़ी शर्त रख दी है।
महागठबंधन पर पहली बार अपना साफ करते हुए मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि वो राहुल गांधी के साथ समझौता करने के लिए तैयार हैं लेकिन उसके लिए राहुल गांधी को उनकी शर्त माननी पड़ेगी और असदुद्दीन ने यह भी साफ कर दिया कि बिना उनके गठबंधन बेकार है।
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने शर्त रखी है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी महाराष्ट्र मैं दलितों के कद्दावर नेता प्रकाश अंबेडकर को सम्मानजनक सीट दें तो वह महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं यानी कि ओवैसी महागठबंधन की ताकत को बढ़ाने के लिए राहुल के सामने एक बड़ी मदद कर सकते हैं।
अगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की बात मान लेते हैं महाराष्ट्र के अंदर य भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती होगी असदुद्दीन ओवैसी और प्रकाश अंबेडकर के महागठबंधन में साथ आते ही दलित और मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण रुक जाएगा वहीं इसका सीधा फायदा कांग्रेस और एनसीपी को होगा।
मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने एक रैली को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि मुझे यहां कोई सीट नहीं चाहिए लेकिन मैं यह चाहता हूं कि मेरे बड़े भाई प्रकाश आंबेडकर को सम्मानजनक सीटें मिली चाहिए तभी महागठबंधन के साथ खड़े होने की बात हो सकती है।
असदुद्दीन ओवैसी ने राहुल गांधी और शरद पवार को चेतावनी देते हुए कह दिया कि अगर आपको असदुद्दीन ओवैसी और मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन से दिक्कत है तो आप मेरे बड़े भाई प्रकाश आंबेडकर को सम्मानजनक सीटें दे दीजिए मैं आपसे एक भी सीट नहीं चाहता मैं खुद प्रकाश अंबेडकर के लिए अलग स्टेज से लोगों से अपील करूंगा कि वह उन को मजबूत करें मुझे किसी बात का लालच नहीं है लाल बत्तियों के लालची तुम हो मुझे इन की कोई जरूरत नहीं।
असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस को एक और चुनौती देते हुए कहा कि अगर आपके अंदर हिम्मत है तो प्रकाश आंबेडकर को कितनी सीटें आप देंगे मैं उतना आपका आभारी रहूंगा लेकिन याद रखना अगर प्रकाश आंबेडकर को सम्मानजनक सीटें नहीं मिली तो इसका सीधा नुकसान आपको होगा।
(लेख DAILY WIRES का)