आमतौर पर कई लोग जो हमारे समाज़ में ही मौजूद है वो दाढ़ी बढ़ने को सही नही मानते है . इसलिए वो लोग दाढ़ी को क्लिन करवाकर क्लिन शेव में रहना पसंद करते है . लेकिन एक ताजा अध्ययन में जो खुलासा हुआ वो आपको हैरान कर देगा . एक रिसर्च में ये सामने आया है कि दाढ़ी रखने वाले लोग कई तरह की बिमारीयों से बचे रहते हैं . यह रिसर्च अमेरिका के वैज्ञानिकों द्वारा कि गई ,जिसमें दाढ़ी रखने से कई तरह के फायदे बताएं गए हैं . जैसे कि दाढ़ी चेहरे के आखिरी हिस्से से शुरु होती है और उसमें बाल घुमावदार होते है .
कुछ लोगो को दाढ़ी रखने का भय होता है . कुछ लोग तो यह भी कहते है कि दाढ़ी रखने से कई तरह की बिमारीयों को जन्म देती है , दाढ़ी रखने से इरिटेशन होता है और तरह तरह के बाते उठाते है. न्युयार्क में पहले ये रिसर्च किया गया कि दाढ़ी रखने वालो के काफी ज्यादा बैक्टेरिया उत्पन्न होते हैं . लेकिन अमेरिका के एक हॉस्पिटल में हुई एक रिसर्च ने सबको चौंका दिया हैं . अमेरिका के वैज्ञानिकों द्वारा कि गई एक रिसर्च को जर्नल ऑफ हास्पिटल इन्फेक्शन ने छपा है . यह शोध एक अस्पताल में किया , जिसमें 408 स्टॉफ के चेहरे पर क्लिन सेव किया गया .
क्लिव शेव करने का मकसद वैज्ञानिकों का साफ था कि वो जानते चाहते है क्लिव सेव रखकर उनके दाढ़ी वाली जगह पर बैक्टैरिया लगते है या नही . वैज्ञानिक ये जानकर हैरान रह गए कि क्लीव शेव वाले लोगो को दाढ़ी रखने वालो की तुलना में चेहरे पर अजीब सी तकलीफ हुई . यह तकलीफ उन बैक्टैरिया के कारण हुई जो अस्पताल में रहते है . और क्लिव सेव करने वालों के चेहरे पर मिथाइसिलिन रेसिसटेंस स्टॉफ एनारस पहले के मुकाबले 3 गुना अधिक पाया गया , जिसका मतलब साफ था कि दाढ़ी रखने वाले फायदे में रहते है . उन्होनें इसका वाजिब कारण भी बताया .
शोधकर्ता ने कहा कि क्लिव शेव करने वाले लोगो में सुक्ष्म छिद्र और खरोंचे होती है जिसके कारण बैक्टैरिया को पनपने में समय मिलता जाता है और क्लिन शेवड् उन बैक्टैरिया को पार्याप्त स्थान दे देती है . इसलिए दाढ़ी रखने वाले लोग इस तरह से फायदे में रहते है और काफी हानिकारक चीजों से बच जाते है . बता दे , इस्लाम धर्म में दाढ़ी रखना सुन्नत है . इस्लाम धर्म में मौजूद अधिकतर लोग दाढ़ी रखते हैं .
कुछ लोगो को दाढ़ी रखने का भय होता है . कुछ लोग तो यह भी कहते है कि दाढ़ी रखने से कई तरह की बिमारीयों को जन्म देती है , दाढ़ी रखने से इरिटेशन होता है और तरह तरह के बाते उठाते है. न्युयार्क में पहले ये रिसर्च किया गया कि दाढ़ी रखने वालो के काफी ज्यादा बैक्टेरिया उत्पन्न होते हैं . लेकिन अमेरिका के एक हॉस्पिटल में हुई एक रिसर्च ने सबको चौंका दिया हैं . अमेरिका के वैज्ञानिकों द्वारा कि गई एक रिसर्च को जर्नल ऑफ हास्पिटल इन्फेक्शन ने छपा है . यह शोध एक अस्पताल में किया , जिसमें 408 स्टॉफ के चेहरे पर क्लिन सेव किया गया .
क्लिव शेव करने का मकसद वैज्ञानिकों का साफ था कि वो जानते चाहते है क्लिव सेव रखकर उनके दाढ़ी वाली जगह पर बैक्टैरिया लगते है या नही . वैज्ञानिक ये जानकर हैरान रह गए कि क्लीव शेव वाले लोगो को दाढ़ी रखने वालो की तुलना में चेहरे पर अजीब सी तकलीफ हुई . यह तकलीफ उन बैक्टैरिया के कारण हुई जो अस्पताल में रहते है . और क्लिव सेव करने वालों के चेहरे पर मिथाइसिलिन रेसिसटेंस स्टॉफ एनारस पहले के मुकाबले 3 गुना अधिक पाया गया , जिसका मतलब साफ था कि दाढ़ी रखने वाले फायदे में रहते है . उन्होनें इसका वाजिब कारण भी बताया .
शोधकर्ता ने कहा कि क्लिव शेव करने वाले लोगो में सुक्ष्म छिद्र और खरोंचे होती है जिसके कारण बैक्टैरिया को पनपने में समय मिलता जाता है और क्लिन शेवड् उन बैक्टैरिया को पार्याप्त स्थान दे देती है . इसलिए दाढ़ी रखने वाले लोग इस तरह से फायदे में रहते है और काफी हानिकारक चीजों से बच जाते है . बता दे , इस्लाम धर्म में दाढ़ी रखना सुन्नत है . इस्लाम धर्म में मौजूद अधिकतर लोग दाढ़ी रखते हैं .