अयूब अलेह सलाम अंबिया की जमात मे से एक हस्ती है अल्लाह ताला ने सब्र के मामले में खास इनका जिक्र किया है इनको लोगों के लिए एक मिसाल ठहराया है अल्लाह ताला ने आपको आपकी कॉम सुरन की तरफ मौजूद फरमाया।ये कॉम मुल्के शाम में थीं।आप बहुत ही ज़्यादा मालदार थे।अल्लाह ताला ने आपको बहुत ज़्यादा नेमतों से नवाजा था।आपके पास बेशुमार दौलत थी।बहुत से नौकर थे।
आपके पास बहुत ही जमीन जायदाद थी आप बहुत ही रहम दिल थे।आपकी तेजरत का सिलसिला दूर दूर तक फैला था।अल्लाह ताला ने आपको कसीर औलाद से भी नवाजा था।आपके यहां सात बेटे और 7 बेटियां भी थी।आप खुद भी सेहतमंद और ताकतवर थे।आपके असहद की तादाद भी बहुत थी। आपको अल्लाह ताला ने दूना दून नेमतों से नवाजा था।अल्लाह ताला ने आप को आजमाना चाहा।
ताकि बाद में आने वाले लोगों के लिए आप एक मिसाल साबित हो।आपका सब माल हलाद हो गया। यहां तक कि आप फकीर हो गए।आपकी जिंदगी में है आपकी सारी औलादे अल्लाह को प्यारी हो गई।किसी की केक औलाद भी गुजर जाए तो उस पर गमों का पहाड़ टूट पड़ता है लेकिन आपके साथ देते और 7 बेटियां गुजर गए यहां तक कि आप की सारी दौलत चली गई।
मामला यहां पर भी खत्म नहीं हुआ आप बीमारियों में मुब्तला हो गए यहां तक कि आप चलने फिरने के भी मजबूर हो गए।धीरे धीरे आपके बदन से गोस्त भी गिरने लगा। आप की हालात इस कदर बदल गए आपके साथी भी आपका साथ छोड़ गए आपके साथियों को यह साफ महसूस होने लगा कि कहीं आप की बीमारी उन्हें भी ना लग जाए।
जरा धीरे धीरे कर के सिवाय दो कि आप के सभी साथियों ने आपका साथ छोड़ दिया। कोई भी आपके करीब नहीं आता था जो दो साथी आपका साथ छोड़कर नहीं गए थे वह भी आपसे दूर खड़े होकर ही बात करते थे।आप की खिदमत के लिए सिर्फ आपकी बीवी ही रह गई आप अपनी बीवी बहुत ही वफादार थी।आपकी बीवी भी आप को खिलाती पिलाती और नहलाती।
जब आपके घर का माल एक एक करके खत्म हो गया तो आपकी बीवी ने दूसरों के घर में काम करना शुरू कर दिय ताकि कुछ पैसे मिले और वह अपने सोहर का इलाज कर सके और घर में कुछ खाने का बन सके। यह थे अल्लाह के नबी क्योंकि अल्लाह के आजमाइश पर पूरी तरीके से खरे उतरे आजमाइश भी एक दो बरस नहीं पूरे 12 बरस तक चली।
आपने कभी किसी से शिकवा नहीं किया आपने सिर्फ और सिर्फ सब्र से काम लिया। एक बार आपकी बीवी ने आपसे कहा अल्लाह के रसूल हैं अगर आप अल्लाह से दुआ करेंगे तो वह आपकी बीमारी को खत्म कर देंगे। बीवी के कहने के बावजूद भी आपने अल्लाह से अपनी बीमारी को खत्म होने की दुआ नहीं थी सिर्फ और सिर्फ सब्र से काम लिया आपने अपनी बीवी से फरमाया बताओ तो हम कितने साल तक खुशहाल रहे हैं कितने सालों तक हम ना जो में मतों से घिरे रहे हैं आपकी बीवी ने फरमाया 80 साल तक हम खुशहाल और ने मतों से घिरे हुए थे.
तब आपने फरमाया कि मुझे अल्लाह ताला से दुआ करते हुए हया आती है कि जितना अरसा हमने कुछ हाल ही में बिताया उतना हमने बीमारी और तंगी ने नहीं बिताया। मैं अभी यह दुआ नहीं कर सकता कि मुझे शिफा अता करें और मुझे दौलत और सेहत अता करें जब तक मेरे पूरे 80 साल इस हालत में ना गुजर जाए।जिस तरह मैंने 80 साल हंसी-खुशी बताएं उसी तरह मैं इस हालत में सब्र का दामन था में रखूंगा।
आपको इस जवाब पर आप मुझे भी मायूस हो गई क्योंकि उनको उम्मीद थी कि यह आजमाईश जल्दी ही खत्म हो जाएगी।आपकी दीदी ने फिर पूछा की ये आजमाइश कब खत्म होगी?क्योंकि आपकी बीवी की बातों से अल्लाह ताला की नाशुक्री होती थी इसलिए आप नाराज हो गए और आपने अपनी बीवी से कहा कि अगर तुम्हारी बातों से अल्लाह ताला ने मुझे शिफा अता फरमाए तो मैं तुम्हें सौ कोड़े मारूंगा।
हालात इतने बिगड़ जाए इन लोगों ने आपकी को काम देने से इनकार करना शुरू कर दिया।लोगो को लगा कि कही उनके शौहर की बीमारी उन्हें भी न लग जाय।जब हालात इतने बिगड़ गे तो आपने एक बात कही जो दुआ नही थी फिर भी अल्लाह ने सुनी और इस बात को क़ुरान में फरमाया है सूरह अम्बिया आयत न 83 “और अय्युब की उस हालात को याद करो जबकि उसने अपने अल्लाह को पुकारा की मुझे ये बीमारी लग गई है और तू रहम करने वालो से भी ज़्यादा रहम वाला हैआपने ये नह कहा कि मुझ पे रहम कर और इस बीमारी को दूर कर।
बल्कि आपने ये कहा कि तू मेरी हालत जनता है।अल्लाह ने आपकी हालत को दूसरी आयत में इस तरह फरमाया”सुरह स्वाद ,आयत 41″और हमारे बन्दे अय्युब का भी जिक्र कर जबकि उसने अपने रब को पुकारा ओर कहा कि मुझे शैतान ने रंज और ग़म दिया है।आपने अल्लाह से बीमारी की दुआ नहीं कि बल्कि आपने अल्लाह को इस बीमारी की वजह भी नह माना।आपने कभी नह कहा कि अल्लाह तूने मुझे बीमारी में डाल दिया बल्कि उसकी वजह शैतान को माना।यही वजह है कि सदियों से लोग मिसाल देते है सबरे अय्यूब की
आपके पास बहुत ही जमीन जायदाद थी आप बहुत ही रहम दिल थे।आपकी तेजरत का सिलसिला दूर दूर तक फैला था।अल्लाह ताला ने आपको कसीर औलाद से भी नवाजा था।आपके यहां सात बेटे और 7 बेटियां भी थी।आप खुद भी सेहतमंद और ताकतवर थे।आपके असहद की तादाद भी बहुत थी। आपको अल्लाह ताला ने दूना दून नेमतों से नवाजा था।अल्लाह ताला ने आप को आजमाना चाहा।
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मामला यहां पर भी खत्म नहीं हुआ आप बीमारियों में मुब्तला हो गए यहां तक कि आप चलने फिरने के भी मजबूर हो गए।धीरे धीरे आपके बदन से गोस्त भी गिरने लगा। आप की हालात इस कदर बदल गए आपके साथी भी आपका साथ छोड़ गए आपके साथियों को यह साफ महसूस होने लगा कि कहीं आप की बीमारी उन्हें भी ना लग जाए।
जरा धीरे धीरे कर के सिवाय दो कि आप के सभी साथियों ने आपका साथ छोड़ दिया। कोई भी आपके करीब नहीं आता था जो दो साथी आपका साथ छोड़कर नहीं गए थे वह भी आपसे दूर खड़े होकर ही बात करते थे।आप की खिदमत के लिए सिर्फ आपकी बीवी ही रह गई आप अपनी बीवी बहुत ही वफादार थी।आपकी बीवी भी आप को खिलाती पिलाती और नहलाती।
जब आपके घर का माल एक एक करके खत्म हो गया तो आपकी बीवी ने दूसरों के घर में काम करना शुरू कर दिय ताकि कुछ पैसे मिले और वह अपने सोहर का इलाज कर सके और घर में कुछ खाने का बन सके। यह थे अल्लाह के नबी क्योंकि अल्लाह के आजमाइश पर पूरी तरीके से खरे उतरे आजमाइश भी एक दो बरस नहीं पूरे 12 बरस तक चली।
आपने कभी किसी से शिकवा नहीं किया आपने सिर्फ और सिर्फ सब्र से काम लिया। एक बार आपकी बीवी ने आपसे कहा अल्लाह के रसूल हैं अगर आप अल्लाह से दुआ करेंगे तो वह आपकी बीमारी को खत्म कर देंगे। बीवी के कहने के बावजूद भी आपने अल्लाह से अपनी बीमारी को खत्म होने की दुआ नहीं थी सिर्फ और सिर्फ सब्र से काम लिया आपने अपनी बीवी से फरमाया बताओ तो हम कितने साल तक खुशहाल रहे हैं कितने सालों तक हम ना जो में मतों से घिरे रहे हैं आपकी बीवी ने फरमाया 80 साल तक हम खुशहाल और ने मतों से घिरे हुए थे.
तब आपने फरमाया कि मुझे अल्लाह ताला से दुआ करते हुए हया आती है कि जितना अरसा हमने कुछ हाल ही में बिताया उतना हमने बीमारी और तंगी ने नहीं बिताया। मैं अभी यह दुआ नहीं कर सकता कि मुझे शिफा अता करें और मुझे दौलत और सेहत अता करें जब तक मेरे पूरे 80 साल इस हालत में ना गुजर जाए।जिस तरह मैंने 80 साल हंसी-खुशी बताएं उसी तरह मैं इस हालत में सब्र का दामन था में रखूंगा।
आपको इस जवाब पर आप मुझे भी मायूस हो गई क्योंकि उनको उम्मीद थी कि यह आजमाईश जल्दी ही खत्म हो जाएगी।आपकी दीदी ने फिर पूछा की ये आजमाइश कब खत्म होगी?क्योंकि आपकी बीवी की बातों से अल्लाह ताला की नाशुक्री होती थी इसलिए आप नाराज हो गए और आपने अपनी बीवी से कहा कि अगर तुम्हारी बातों से अल्लाह ताला ने मुझे शिफा अता फरमाए तो मैं तुम्हें सौ कोड़े मारूंगा।
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बल्कि आपने ये कहा कि तू मेरी हालत जनता है।अल्लाह ने आपकी हालत को दूसरी आयत में इस तरह फरमाया”सुरह स्वाद ,आयत 41″और हमारे बन्दे अय्युब का भी जिक्र कर जबकि उसने अपने रब को पुकारा ओर कहा कि मुझे शैतान ने रंज और ग़म दिया है।आपने अल्लाह से बीमारी की दुआ नहीं कि बल्कि आपने अल्लाह को इस बीमारी की वजह भी नह माना।आपने कभी नह कहा कि अल्लाह तूने मुझे बीमारी में डाल दिया बल्कि उसकी वजह शैतान को माना।यही वजह है कि सदियों से लोग मिसाल देते है सबरे अय्यूब की