लखनऊ-लोकसभा चुनाव को देखते हुए सभी पार्टियां चुनावी तैयारी में लगी हुई है.जहाँ एक तरफ सपा-बसपा और रालोद का गठबंधन हो गया है वही कांग्रेस भी कुछ दलो के साथ गठबंधन करने की कोशिश में है.इस बीच अभी ये साफ़ नही है AIMIM लोकसभा चुनाव लड़ेगी या नही.पार्टी की पदेश इकाई लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती है लेकिन हाई कमान ने अभी तक कोई फैसला नही लिया है.
सूत्रों के अनुसार,AIMIM की प्रदेश इकाई मुरादाबाद,संभल,रामपुर,बरेली,दुमारियांगंज,खलीलाबाद,आजमगढ़ समेत प्रदेश की एक दर्जन सीटो पर उम्मीदवार उतारना चाहती है.पार्टी की स्टेट यूनिट का मानना है कि सपा-बसपा में गठबंधन होने से कई नेता ऐसे रहेंगे जिनको टिकट नही मिलेगा जिससे पार्टी को मजबूत उम्मीदवार भी मिलने की संभावना है.
पार्टी नेताओ का मानना है कि विधानसभा चुनावों के बाद लोकसभा चुनावों में भी पार्टी को लड़ना चाहिए जिससे पार्टी का संघठन और मजबूत हो.इसी को लेकर AIMIM उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों ने एक बैठक कर आंल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और संसद असदउद्दीन ओवैसी को एक प्रस्ताव भेजा है जिसमे प्रदेश इकाई ने उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने का अनुरोध किया है.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में AIMIM ने 37 उम्मीदवारों को टिकट दिया था लेकिन पार्टी के सिर्फ दो ही उम्मीदवार अपनी जमानत बचा पाए थे.AIMIM ने संभल में सपा को कड़ी चुनौती दी थी लेकिन शानदार प्रदर्शन के बाद वरिष्ठ मुस्लिम नेता शफी उर रहमान वर्क ने AIMIM छोड़ कर सपा का दामन थाम लिया है और वो अब सपा से टिकट की जुगत लगा रहे है.
यदि ओवैसी उत्तर प्रदेश से लड़ते है तो सपा-बसपा गठबंधन पर असर पड़ने का आसार है.ऐसा माना जाता है कि AIMIM के आने से मुस्लिम मतों में बटवारा हो सकता है.पार्टी की प्रदेश इकाई द्वारा भेजे गये प्रस्ताव पर अभी असदुद्दीन ओवैसी ने कोई प्रतिक्रिया नही दी.
हाल ही में ओवैसी ने महाराष्ट्र,आंध्र में चुनावों में रुची दिखाई है लेकिन वो यूपी में ना तो किसी कार्यक्रम में शिरकत किये है और ना ही यूपी में पार्टी के चुनाव लड़ने सम्बन्ध में कोई बात कही है
सूत्रों के अनुसार,AIMIM की प्रदेश इकाई मुरादाबाद,संभल,रामपुर,बरेली,दुमारियांगंज,खलीलाबाद,आजमगढ़ समेत प्रदेश की एक दर्जन सीटो पर उम्मीदवार उतारना चाहती है.पार्टी की स्टेट यूनिट का मानना है कि सपा-बसपा में गठबंधन होने से कई नेता ऐसे रहेंगे जिनको टिकट नही मिलेगा जिससे पार्टी को मजबूत उम्मीदवार भी मिलने की संभावना है.
पार्टी नेताओ का मानना है कि विधानसभा चुनावों के बाद लोकसभा चुनावों में भी पार्टी को लड़ना चाहिए जिससे पार्टी का संघठन और मजबूत हो.इसी को लेकर AIMIM उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों ने एक बैठक कर आंल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और संसद असदउद्दीन ओवैसी को एक प्रस्ताव भेजा है जिसमे प्रदेश इकाई ने उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने का अनुरोध किया है.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में AIMIM ने 37 उम्मीदवारों को टिकट दिया था लेकिन पार्टी के सिर्फ दो ही उम्मीदवार अपनी जमानत बचा पाए थे.AIMIM ने संभल में सपा को कड़ी चुनौती दी थी लेकिन शानदार प्रदर्शन के बाद वरिष्ठ मुस्लिम नेता शफी उर रहमान वर्क ने AIMIM छोड़ कर सपा का दामन थाम लिया है और वो अब सपा से टिकट की जुगत लगा रहे है.
यदि ओवैसी उत्तर प्रदेश से लड़ते है तो सपा-बसपा गठबंधन पर असर पड़ने का आसार है.ऐसा माना जाता है कि AIMIM के आने से मुस्लिम मतों में बटवारा हो सकता है.पार्टी की प्रदेश इकाई द्वारा भेजे गये प्रस्ताव पर अभी असदुद्दीन ओवैसी ने कोई प्रतिक्रिया नही दी.
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