लंदन में कुछ एक्सपर्ट्स ने भारत में इस्तेमाल होने वाली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को हैक करने का चैलेंज दिया है। वो भारतीय EVM को हैक करेंगे और इस प्रक्रिया को लाइव टेलीकास्ट भी किया जाएगा। हैकर्स का कहना है कि भारतीय EVM को हैक करना काफ़ी आसान है।
इस चैलेंच के बाद भारत में एक बार फिर EVM को लेकर बहस छिड़ गई है। वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने EVM को बैन करने के लिए BanEVM नाम का ट्विटर पर हैशटैग शुरु किया है।
उन्होंने इस हैशटैग के साथ लिखा, “मंगल ग्रह या चाँद को जा रहे सैटेलाइट को यहीं बैठकर रिपेयर किया जा सकता है। उसकी दिशा बदली जा सकती है। फिर भी कुछ लोग कह रहे हैं कि EVM हैक नहीं हो सकता”।
ग़ौरतलब है कि 2017 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में कथित तौर पर EVM हैकिंग के मामलों के बाद से EVM को बैन किए जाने की लगातार मांग उठ रही है। हालांकि इससे पहले भी EVM को बैन किए जाने की मांग उठती रही है। लेकिन यूपी चुनावों के बाद से इस मांग को बल मिला है।
हाल ही में तृणमूल कांग्रेस की अगुवाई में कोलकाता में हुई विपक्ष की महारैली में भी चुनाव में EVM के इस्तेमाल को बंद करने के लिए आवाज़ उठाई गई थी। महारैली में मौजूद जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने EVM को चोर मशीन कहते हुए चुनाव आयोग से इसे बैन करने की अपील की थी।
महारैली के बाद विपक्ष ने इस पर एक समिति बनाई है जिसमें पूर्व यूपी सीएम अखिलेश यादव, कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, बसपा के सतीश चंद्र मिश्र शामिल हैं। ये समिति जल्द ही इलेक्शन कमीशन से मुलाक़ात कर सकती है।
इस चैलेंच के बाद भारत में एक बार फिर EVM को लेकर बहस छिड़ गई है। वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने EVM को बैन करने के लिए BanEVM नाम का ट्विटर पर हैशटैग शुरु किया है।
उन्होंने इस हैशटैग के साथ लिखा, “मंगल ग्रह या चाँद को जा रहे सैटेलाइट को यहीं बैठकर रिपेयर किया जा सकता है। उसकी दिशा बदली जा सकती है। फिर भी कुछ लोग कह रहे हैं कि EVM हैक नहीं हो सकता”।
ग़ौरतलब है कि 2017 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में कथित तौर पर EVM हैकिंग के मामलों के बाद से EVM को बैन किए जाने की लगातार मांग उठ रही है। हालांकि इससे पहले भी EVM को बैन किए जाने की मांग उठती रही है। लेकिन यूपी चुनावों के बाद से इस मांग को बल मिला है।
हाल ही में तृणमूल कांग्रेस की अगुवाई में कोलकाता में हुई विपक्ष की महारैली में भी चुनाव में EVM के इस्तेमाल को बंद करने के लिए आवाज़ उठाई गई थी। महारैली में मौजूद जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने EVM को चोर मशीन कहते हुए चुनाव आयोग से इसे बैन करने की अपील की थी।
महारैली के बाद विपक्ष ने इस पर एक समिति बनाई है जिसमें पूर्व यूपी सीएम अखिलेश यादव, कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, बसपा के सतीश चंद्र मिश्र शामिल हैं। ये समिति जल्द ही इलेक्शन कमीशन से मुलाक़ात कर सकती है।