देश में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी EVM को लेकर बहस नई नहीं है। आए दिन ईवीएम पर सवाल उठते रहते हैं।
विपक्ष का आरोप होता है कि सत्ताधारी बीजेपी EVM के ज़रिये दूसरे दलों को मिलने वाले वोट को भी अपने पाले में कर लेती है। मुस्लिम बहुल और ग़ैर बीजेपी वोटर इलाक़े से बीजेपी का जीतना इस ओर शक भी पैदा करता है।
अब लंदन में कुछ एक्सपर्ट्स ने भारत में इस्तेमाल होने वाले ईवीएम को हैक करने का चैलेंज दिया है। वो इंडियन ईवीएम को हैक करेंगे और उसको लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। हैकर्स का कहना है कि भारतीय ईवीएम को हैक करना काफ़ी आसान है।
सूत्रों के मुताबिक़ इस ईवीएम हैकिंग कार्यक्रम का आयोजन इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (IJA) कर रही है। इसमें एक अमेरिकी हैकर को बुलाया जाएगा।
हाल ही में तृणमूल कांग्रेस की अगुवाई में कोलकाता में हुई विपक्ष की महारैली में भी चुनाव में ईवीएम के इस्तेमाल को बंद करने के लिए आवाज़ उठाई गई थी।
महारैली में मौजूद जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने ईवीएम को चोर मशीन कहते हुए चुनाव आयोग से इसे बैन करने की अपील की थी।
महारैली के बाद विपक्ष ने इस पर एक समिति बनाई है जिसमें पूर्व यूपी सीएम अखिलेश यादव, कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, बसपा के सतीश चंद्र मिश्र शामिल हैं। ये समिति जल्द ही इलेक्शन कमीशन से मुलाक़ात कर सकती है।
विपक्ष का आरोप होता है कि सत्ताधारी बीजेपी EVM के ज़रिये दूसरे दलों को मिलने वाले वोट को भी अपने पाले में कर लेती है। मुस्लिम बहुल और ग़ैर बीजेपी वोटर इलाक़े से बीजेपी का जीतना इस ओर शक भी पैदा करता है।
अब लंदन में कुछ एक्सपर्ट्स ने भारत में इस्तेमाल होने वाले ईवीएम को हैक करने का चैलेंज दिया है। वो इंडियन ईवीएम को हैक करेंगे और उसको लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। हैकर्स का कहना है कि भारतीय ईवीएम को हैक करना काफ़ी आसान है।
सूत्रों के मुताबिक़ इस ईवीएम हैकिंग कार्यक्रम का आयोजन इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (IJA) कर रही है। इसमें एक अमेरिकी हैकर को बुलाया जाएगा।
हाल ही में तृणमूल कांग्रेस की अगुवाई में कोलकाता में हुई विपक्ष की महारैली में भी चुनाव में ईवीएम के इस्तेमाल को बंद करने के लिए आवाज़ उठाई गई थी।
महारैली में मौजूद जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने ईवीएम को चोर मशीन कहते हुए चुनाव आयोग से इसे बैन करने की अपील की थी।
महारैली के बाद विपक्ष ने इस पर एक समिति बनाई है जिसमें पूर्व यूपी सीएम अखिलेश यादव, कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, बसपा के सतीश चंद्र मिश्र शामिल हैं। ये समिति जल्द ही इलेक्शन कमीशन से मुलाक़ात कर सकती है।