पक्षिम बंगाल की महारैली में जमा हुए दिग्गज नेताओं ने एक बार फिर से EVM को लेकर सवाल खड़े किये, डॉक्टर फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने EVM को ‘चोर मशीन’ बताया वहीँ शरद यादव ने सीधे सीधे सवाल किया कि जब सभी विपक्षी पार्टियों को EVM को लेकर शंका है तो उसे चुनाव आयोग दूर करे, उन्होंने कहाकि EVM को लेकर जनता में भी भ्रम है, लोगों को लगता है कि सब कुछ ठीक नहीं है
यूरोपीय भारतीय पत्रकार के नाम से एक अमेरिकी साइबर विशेषज्ञ है, जो अपना नाम उजागर नहीं करता है एक प्रदर्शन करने जा रहा है जिसमे EVM मशीनों कैसे हैक किया जाता है, एक्सपर्ट लोगों दुवारा करके दिखायेगा
नई दिल्ली। ईवीएम हैकिंग को लेकर भारतीय मूल के अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट द्वारा किये गए खुलासे दे हड़कंप मच गया है। अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट सैयद शुजा ने इंडियन जर्निलस्ट एसोसिएशन द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई सनसनीखेज खुलासे किये हैं
सैयद शुजा ने दावा किया कि ईवीएम हैकिंग के ज़रिये 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 201 सीटों का नुकसान हुआ। ईवीएम में छेड़छाड़ के ज़रिये कांग्रेस से 201 सीटें छीन ली गयीं।
उन्होंने यह भी दावा किया कि रिलायंस कम्युनिकेशन ने ईवीएम हैक करने के लिए बीजेपी को लो फ्रीक्वैंसी सिग्नल महुैया करवाए थे। उन्होंने कहा कि यूपी, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सभी जगह धोखाधड़ी हुई। ईवीएम को लो फ्रीक्वेंसी सिग्नल से बाधित किया जा सकता है।
सैयद शूजा का दावा है कि रिलायंस कम्यूनिकेशन फ्रिक्वेंसी सिग्नल कम करती है। भारत में 9 जगह हैं जहां फैसिलिटी है। उन कर्मचारियों को नहीं पता होता है कि उन्हें क्या करना होता है, लेकिन वो ईवीएम टैंपर करती हैं। उन्हें लगता है कि वो सिर्फ डेटा एंट्री कर रहे हैं।
लंदन में भारतीय मूल के अमेरिकी टेक एक्सपर्ट्स ने कहा है कि, आयोग दावा करता है ईवीएम को कोई भी हैक नहीं कर सकता है लेकिन हम यहां लाइव डेमो देकर बताएंगे कि कैसे इसे हैक किया जा सकता है।
उन्होंने कहा है कि वो अमेरिकी में पॉलिटिकल असाइलम लिया है और उनके पास वो दस्तावेज मौजूद हैं जो उन्होंने अमेरिका को पॉलिटिकल असाइलम के लिए दिया था।
सैयद शूजा का दावा है कि रिलायंस कम्यूनिकेशन फ्रिक्वेंसी सिग्नल कम करती है। भारत में 9 जगह हैं जहां फैसिलिटी है। उन कर्मचारियों को नहीं पता होता है कि उन्हें क्या करना होता है, लेकिन वो ईवीएम टैंपर करती हैं। उन्हें लगता है कि वो सिर्फ डेटा एंट्री कर रहे हैं।
भारतीय मूल के अमेरिकी एक्सपर्ट द्वारा ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस में किये गए दावे के बाद अब राजनैतिक दलों प्रतिक्रियाएं सामने आना शुरू हो गयीं हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि चुनाव में इस्तेमाल किये जाने वाली ईवीएम मशीनों को फूल प्रूफ बनाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस समय दुनिया में कुछ देश ही हैं जहां ईवीएम का इस्तेमाल किया जा रहा है। पहले जो देश इसका प्रयोग करते थे, उन्होंने भी इसे अब बन्द कर दिया है।
वहीँ हाल ही में कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस की रैली के बाद विपक्ष के नेताओं की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी ईवीएम को लेकर चिंता ज़ाहिर की गयी थी। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अबदुल्ला, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने संयुक्त रूप से ईवीएम की जगह वैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की वकालत की थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी ने कहा था कि हम चुनाव आयोग से बात करने के लिए विपक्ष के नेताओं की एक समिति गठित कर रहे हैं जो चुनाव आयोग के पास ईवीएम की जगह वैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग लेकर जायेगी।
इनपुट : लोकभारत
यूरोपीय भारतीय पत्रकार के नाम से एक अमेरिकी साइबर विशेषज्ञ है, जो अपना नाम उजागर नहीं करता है एक प्रदर्शन करने जा रहा है जिसमे EVM मशीनों कैसे हैक किया जाता है, एक्सपर्ट लोगों दुवारा करके दिखायेगा
नई दिल्ली। ईवीएम हैकिंग को लेकर भारतीय मूल के अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट द्वारा किये गए खुलासे दे हड़कंप मच गया है। अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट सैयद शुजा ने इंडियन जर्निलस्ट एसोसिएशन द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई सनसनीखेज खुलासे किये हैं
सैयद शुजा ने दावा किया कि ईवीएम हैकिंग के ज़रिये 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 201 सीटों का नुकसान हुआ। ईवीएम में छेड़छाड़ के ज़रिये कांग्रेस से 201 सीटें छीन ली गयीं।
उन्होंने यह भी दावा किया कि रिलायंस कम्युनिकेशन ने ईवीएम हैक करने के लिए बीजेपी को लो फ्रीक्वैंसी सिग्नल महुैया करवाए थे। उन्होंने कहा कि यूपी, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सभी जगह धोखाधड़ी हुई। ईवीएम को लो फ्रीक्वेंसी सिग्नल से बाधित किया जा सकता है।
सैयद शूजा का दावा है कि रिलायंस कम्यूनिकेशन फ्रिक्वेंसी सिग्नल कम करती है। भारत में 9 जगह हैं जहां फैसिलिटी है। उन कर्मचारियों को नहीं पता होता है कि उन्हें क्या करना होता है, लेकिन वो ईवीएम टैंपर करती हैं। उन्हें लगता है कि वो सिर्फ डेटा एंट्री कर रहे हैं।
लंदन में भारतीय मूल के अमेरिकी टेक एक्सपर्ट्स ने कहा है कि, आयोग दावा करता है ईवीएम को कोई भी हैक नहीं कर सकता है लेकिन हम यहां लाइव डेमो देकर बताएंगे कि कैसे इसे हैक किया जा सकता है।
उन्होंने कहा है कि वो अमेरिकी में पॉलिटिकल असाइलम लिया है और उनके पास वो दस्तावेज मौजूद हैं जो उन्होंने अमेरिका को पॉलिटिकल असाइलम के लिए दिया था।
सैयद शूजा का दावा है कि रिलायंस कम्यूनिकेशन फ्रिक्वेंसी सिग्नल कम करती है। भारत में 9 जगह हैं जहां फैसिलिटी है। उन कर्मचारियों को नहीं पता होता है कि उन्हें क्या करना होता है, लेकिन वो ईवीएम टैंपर करती हैं। उन्हें लगता है कि वो सिर्फ डेटा एंट्री कर रहे हैं।
भारतीय मूल के अमेरिकी एक्सपर्ट द्वारा ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस में किये गए दावे के बाद अब राजनैतिक दलों प्रतिक्रियाएं सामने आना शुरू हो गयीं हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि चुनाव में इस्तेमाल किये जाने वाली ईवीएम मशीनों को फूल प्रूफ बनाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस समय दुनिया में कुछ देश ही हैं जहां ईवीएम का इस्तेमाल किया जा रहा है। पहले जो देश इसका प्रयोग करते थे, उन्होंने भी इसे अब बन्द कर दिया है।
वहीँ हाल ही में कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस की रैली के बाद विपक्ष के नेताओं की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी ईवीएम को लेकर चिंता ज़ाहिर की गयी थी। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अबदुल्ला, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने संयुक्त रूप से ईवीएम की जगह वैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की वकालत की थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी ने कहा था कि हम चुनाव आयोग से बात करने के लिए विपक्ष के नेताओं की एक समिति गठित कर रहे हैं जो चुनाव आयोग के पास ईवीएम की जगह वैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग लेकर जायेगी।
इनपुट : लोकभारत