नोएडा शहर के पार्कों में जुमे की नमाज पर प्रशासनिक रोक के बाद कंपनियों की छतों पर इसे अदा किया जाने लगा है। इस बीच सेक्टर-94 की एक कंपनी की छत पर महिलाओं ने सामूहिक रूप से जुमे की नमाज अदा की। बता दें की एक निजी कंपनी ने अपनी ऑफिस की छत पर मुस्लिम महिलाओं को शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिए जगह दे रही है। । यह शहर में महिलाओं को नमाज अदा करने के लिए उपलब्ध बहुत कम सार्वजनिक स्थानों में से एक है।
हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक “जुमे के दिन कारखाने की छत को दो भागों में विभाजित किया जाता है, जहां एक पर, पुरुष इकट्ठा होते हैं और दूसरे पर, महिला कर्मचारी, हर शुक्रवार को नमाज अदा करते हैं।
कंपनी के एक कर्मचारी फरीद ने बताया की हमारी कंपनी ने मैट, गद्दे और एक इमाम के लिए भी मदद की है ताकि नमाजियों की सहायता की जा सके, ”एक महिला कर्मचारी, जिसने नाम न बताने की शर्त पर कहा। “मैं पिछले 13 सालों से कंपनी का कर्मचारी हूं, सामान की देखभाल करता हूं। मैंने एक ऐसी संस्कृति देखी है जहां शुक्रवार को मुस्लिम कर्मचारियों को जगह दी जाती है, हिंदू कर्मचारियों के लिए नवरात्रों के दौरान भजनों का आयोजन किया जाता है। इन प्रथाओं के कारण सकारात्मक माहौल बना है, ”
जानकारी के लिए बता दें की बीते महीने सेक्टर-58 के एक पार्क में जुमे की नमाज अदा करने पर रोक लगा दी गई थी। नमाज पढ़ाने वाले मौलाना समेत तीन लोगों को जेल भी भेजा गया था। मामले के तूल पकड़ने के बाद कंपनी संचालकों ने अपनी छतों पर नमाज की व्यवस्था शुरू की है।
साभार- हिंदुस्तान टाइम्स
हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक “जुमे के दिन कारखाने की छत को दो भागों में विभाजित किया जाता है, जहां एक पर, पुरुष इकट्ठा होते हैं और दूसरे पर, महिला कर्मचारी, हर शुक्रवार को नमाज अदा करते हैं।
कंपनी के एक कर्मचारी फरीद ने बताया की हमारी कंपनी ने मैट, गद्दे और एक इमाम के लिए भी मदद की है ताकि नमाजियों की सहायता की जा सके, ”एक महिला कर्मचारी, जिसने नाम न बताने की शर्त पर कहा। “मैं पिछले 13 सालों से कंपनी का कर्मचारी हूं, सामान की देखभाल करता हूं। मैंने एक ऐसी संस्कृति देखी है जहां शुक्रवार को मुस्लिम कर्मचारियों को जगह दी जाती है, हिंदू कर्मचारियों के लिए नवरात्रों के दौरान भजनों का आयोजन किया जाता है। इन प्रथाओं के कारण सकारात्मक माहौल बना है, ”
जानकारी के लिए बता दें की बीते महीने सेक्टर-58 के एक पार्क में जुमे की नमाज अदा करने पर रोक लगा दी गई थी। नमाज पढ़ाने वाले मौलाना समेत तीन लोगों को जेल भी भेजा गया था। मामले के तूल पकड़ने के बाद कंपनी संचालकों ने अपनी छतों पर नमाज की व्यवस्था शुरू की है।
साभार- हिंदुस्तान टाइम्स