मैंने सुना है 100 साल पुरानी पार्टी कॉंग्रेस और अपने आप को विकास पुरुष कहना वाला अखिलेश जिसका काम बोलता था और दलित की अहमियत का सौदा करने वाली मायावती जो ऐसे बिल का समर्थन कर रही जो बाबा साहब के बनाये हुए संविधान के खुला चैलेंज कर रहा ये लोग सब एक होकर हमारे हमदर्द बनकर हमारा वोट पाने के लिए हमको फिर से भाजपा का डर दिखाएंगे और हमारी कौम फिर से वही करेंगी जो 70 सालो से करती आयी है अपने बच्चों के मुस्तकबिल के लिए बिना सोचे इनको सत्ता दे देगी फिर होगा क्या हमारी मस्जिद शहीद होंगी हमारा भाई मारा मारा जायेगा अख़लाक़ की तरह हमारी सरियत मे मदाखिलत होंगी पर इनकी सर पे जू भी नहीं रेंगे गी फिर भी हमको तो ओवैसी को भगाना है पर क्यू ये नहीं मालूम क्यू की हमारी कौम को बताया जो गया है की ओवैसी एजेंट है पर लोकसभा चुनाव मे हमारी क्या भूमिका होंगी ये जाकर इन लोगो से पूछ लेना या हमें इस बार भी तेज़ पत्ते की तरह इस्तेमाल किया जायेगा चलो मान लिया ओवैसी एजेंट है पर क्या कोई बताएगा की सपा बसपा ने गोरखपुर उपचुनाव मे पीस पार्टी जो की डॉक्टर अय्यूब की है क्यू सात लिया और अब क्यू नहीं गठबंधन मे से निकल कर फेक दिया अब भी वक़्त है समझो वक़्त की नज़ाकत को क्यू की ये नहीं चाहते की मुस्लिम की कयादत कामयाब हो जाकर देखो जिस कांग्रेस से 70 साल हुकूमत की मुल्क मे आज वो ओवैसी से भीख माँग रहे राहुलगांधी गिड़गिड़ा रहा ओवैसी के सामने क्यू की इसबार ओवैसी की भूमिका बहुत अहम् होने वाली है लोकसभा चुनाव मे सलाम है असद साहब !
बासित अंसारी की वाल से