केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश करने पर बीजेपी समेत कई हिंदुत्ववादी संगठनों का प्रदर्शन उग्र हो गया है। इस उग्र प्रदर्शन में एक शख्स की मौत हो गई है। प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया है और पुलिस पर भी हमला किया है।
दरअसल, बीते कल 40 साल की दो महिलाओं ने सबरीमाला मंदिर में प्रवेश किया था और भगवान अयप्पा के दर्शन किए थे।
मंदिर की सैकड़ों साल पुरानी परंपरा के खिलाफ़ महिलाओं के इस प्रवेश पर बीजेपी सहित कई हिंदुत्ववादी संगठन भड़क उठे और सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने लगे।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने राज्य परिवहन की 79 बसों को नुकसान पहुंचाया और जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उग्र भीड़ ने पुलिस पर ही धावा बोल दिया। प्रदर्शनकारियों के इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। बीजेपी के नेतृत्व में हो रहे इस प्रदर्शन में 55 वर्षीय चंदन उन्नीथन की मौत हो गई।
पुलिस मामले की जांच कर रही है। हिंसा के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। बता दें कि पिछले साल सिंतबर महीने में सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 साल की महिलाओं की एंट्री पर बैन को सुप्रीम कोर्ट ने खत्म कर दिया था।
लेकिन इसके बावजूद कई संगठनों द्वारा सबरीमाला मंदिर में हर आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश को लेकर विरोध जारी है।
हैरानी की बात तो यह है कि इस विरोध प्रदर्शन में बीजेपी भी प्रमुख रुप से शामिल है। यह वही बीजेपी है जो सदन में महिलाओं के अधिकार की दुहाई देते हुए तीन तलाक बिल को पारित कराने के लिए जद्दोजहद कर रही है।
बीजेपी के इसी दोहरे रवैये पर पत्रकार आशुतोष मिश्रा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “मुस्लिम महिलाओं को बराबरी और हक दिलवाने की लड़ाई का दावा करने वाले हिंदू महिलाओं के हक और बराबरी का विरोध कर रहे हैं…… क्या विडंबना है”।
दरअसल, बीते कल 40 साल की दो महिलाओं ने सबरीमाला मंदिर में प्रवेश किया था और भगवान अयप्पा के दर्शन किए थे।
मंदिर की सैकड़ों साल पुरानी परंपरा के खिलाफ़ महिलाओं के इस प्रवेश पर बीजेपी सहित कई हिंदुत्ववादी संगठन भड़क उठे और सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने लगे।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने राज्य परिवहन की 79 बसों को नुकसान पहुंचाया और जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उग्र भीड़ ने पुलिस पर ही धावा बोल दिया। प्रदर्शनकारियों के इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। बीजेपी के नेतृत्व में हो रहे इस प्रदर्शन में 55 वर्षीय चंदन उन्नीथन की मौत हो गई।
पुलिस मामले की जांच कर रही है। हिंसा के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। बता दें कि पिछले साल सिंतबर महीने में सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 साल की महिलाओं की एंट्री पर बैन को सुप्रीम कोर्ट ने खत्म कर दिया था।
लेकिन इसके बावजूद कई संगठनों द्वारा सबरीमाला मंदिर में हर आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश को लेकर विरोध जारी है।
हैरानी की बात तो यह है कि इस विरोध प्रदर्शन में बीजेपी भी प्रमुख रुप से शामिल है। यह वही बीजेपी है जो सदन में महिलाओं के अधिकार की दुहाई देते हुए तीन तलाक बिल को पारित कराने के लिए जद्दोजहद कर रही है।
बीजेपी के इसी दोहरे रवैये पर पत्रकार आशुतोष मिश्रा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “मुस्लिम महिलाओं को बराबरी और हक दिलवाने की लड़ाई का दावा करने वाले हिंदू महिलाओं के हक और बराबरी का विरोध कर रहे हैं…… क्या विडंबना है”।