बिहार में लगातार दूसरे दिन भीड़ द्वारा एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या (Mob-lynching) कर दिए जाने का मामला सामने आया है. बुधवार को बिहारशरीफ जिले में जहां राजद नेता की हत्या के बाद गुस्साए लोगों ने एक किशोर समेत दो लोगों को मार डाला था, वहीं गुरुवार को अररिया जिले में गाय चोरी के आरोप में 55 वर्षीय व्यक्ति को पीट-पीटकर मारे जाने का मामला सामने आया. हालांकि अररिया जिले की घटना बीते 29 दिसंबर की है, लेकिन ‘मॉब-लिचिंग’ का वीडियो अब बरामद हुआ है. अररिया के सिमरबनी गांव में हुई इस घटना में पीड़ित काबुल मियां नामक व्यक्ति को 300 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने बुरी तरह मारा. भीड़ जिस वक्त काबुल मियां पर लाठी-डंडे और लात-घूंसों से वार कर रही थी, उस दौरान कुछ युवक इस घटना का वीडियो बना रहे थे. वीडियो में दिख रहा मुस्लिम मियां नाम का एक शख्स उग्र लोगों को पीटने के लिए उकसाते हुए दिख रहा है. लोग काबुल मियां को पीटते हुए उन्हें बार-बार ‘चोर’ कहकर बुला रहे थे.
एनडीटीवी.कॉम की रिपोर्ट के अनुसार अररिया में मॉब-लिंचिंग की घटना के वायरल हुए वीडियो में यह साफ दिख रहा है कि काबुल मियां की गुहार सुनने वाला वहां कोई नहीं था. काबुल मियां लगातार लोगों से अपनी जान की भीख मांगते रहे, लेकिन भीड़ उन्हें गाय-चोर बताकर पीटती रही. वीडियो में कुछ ऐसे लोगों की आवाजें भी सुनाई दे रही हैं, जिसमें घटना को शूट कर रहे लोगों से कहा जा रहा है कि वह वीडियो को इंटरनेट पर अपलोड कर दे. पुलिस को यह वीडियो मिल गया है और इसी आधार पर घटना की जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है. वीडियो में घटना में शामिल कुछ ही लोगों के चेहरे स्पष्ट दिख रहे हैं, इसलिे पुलिस इसकी विस्तृत छानबीन करा रही है. वीडियो में काबुल मियां की आवाज भी है, लेकिन वह स्पष्ट नहीं है.
अररिया के एसडीपीओ केपी सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वीडियो देखने के बाद पहली नजर में ऐसा लगता है कि पीड़ित की हत्या उसके जान-पहचान वालों ने ही की है. क्योंकि दोनों ही पक्ष चूंकि एक ही समुदाय से आते हैं, लिहाजा पुलिस इस घटना के पीछे किसी पुराने विवाद के पक्ष से भी जांच कर रही है. हालांकि वीडियो के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही है. आपको बता दें कि अररिया की घटना 29 दिसंबर 2018 की है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के दो दिन बाद पुलिस को इसकी जानकारी मिली.
लगातार हत्याओं से गर्माई सियासत
पटना से करीब 300 किलोमीटर दूर बंगाल से सटे जिले में हुई मॉब-लिंचिंग की इस घटना ने बिहार की सियासत को और गर्मा दिया है. एक के बाद एक भीड़ द्वारा की जाने वाली हत्याओं को लेकर प्रमुख विपक्षी दल राजद के नेता और प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सत्तारूढ़ जदयू और प्रशासनिक व्यवस्था पर हमला बोला है. तेजस्वी ने अपने ट्वीट में इन घटनाओं के लिए सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा है कि प्रदेश की शासन-व्यवस्था बदहाल हो चुकी है. पिछले 24 घंटे में मॉब-लिंचिंग की घटनाओं में 3 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं प्रदेशभर में इसी अवधि में 7 लोगों की जान जा चुकी है. तेजस्वी ने आरोप लगाया है कि सीएम नीतीश कुमार ने बिहार को ‘लिंच-विहार’ में बदल दिया है.
अररिया के एसडीपीओ केपी सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वीडियो देखने के बाद पहली नजर में ऐसा लगता है कि पीड़ित की हत्या उसके जान-पहचान वालों ने ही की है. क्योंकि दोनों ही पक्ष चूंकि एक ही समुदाय से आते हैं, लिहाजा पुलिस इस घटना के पीछे किसी पुराने विवाद के पक्ष से भी जांच कर रही है. हालांकि वीडियो के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही है. आपको बता दें कि अररिया की घटना 29 दिसंबर 2018 की है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के दो दिन बाद पुलिस को इसकी जानकारी मिली.
लगातार हत्याओं से गर्माई सियासत
पटना से करीब 300 किलोमीटर दूर बंगाल से सटे जिले में हुई मॉब-लिंचिंग की इस घटना ने बिहार की सियासत को और गर्मा दिया है. एक के बाद एक भीड़ द्वारा की जाने वाली हत्याओं को लेकर प्रमुख विपक्षी दल राजद के नेता और प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सत्तारूढ़ जदयू और प्रशासनिक व्यवस्था पर हमला बोला है. तेजस्वी ने अपने ट्वीट में इन घटनाओं के लिए सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा है कि प्रदेश की शासन-व्यवस्था बदहाल हो चुकी है. पिछले 24 घंटे में मॉब-लिंचिंग की घटनाओं में 3 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं प्रदेशभर में इसी अवधि में 7 लोगों की जान जा चुकी है. तेजस्वी ने आरोप लगाया है कि सीएम नीतीश कुमार ने बिहार को ‘लिंच-विहार’ में बदल दिया है.