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राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम (बॉबी) सोमवार को आज़ादी के बाद कोलकाता के पहले मुस्लिम मेयर चुने गये. फिरहाद हाकिम को बीजेपी की उम्मीदवार मीनादेवी पुरोहित के मुकाबले 24 गुना अधिक वोट मिले. उनको 121 मे मिले जबकि मीनादेवी पुरोहित को मात्र पांच मत मिले. टीएमसी की एक पार्षद सुस्मिता भट्टाचार्य स्वास्थ्य कारणों से मतदान नहीं कर पायीं.कोलकात के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी ने भी मतदान में हिस्सा लिया. शोभन ने कहा कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के निर्देश पर वह पदत्याग किये हैं. उन्होंने नये मेयर को हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया. मतदान के परिणाम आने के बाद ही फिरहाद हाकिम के मेयर पद की शपथ दिलायी गयी.
कोलकाता नगर निगम के मेयर पद के लिए मतदान का वाममोर्चा और कांग्रेस के सदस्यों ने बहिषकार किया था. उनका आरोप है कि निगम के बाहरी व्यक्ति को मेयर बनाया जाना अवैध है. गौरतलब है कि कोलकाता के 144 वार्डों में से तृणमूल कांग्रेस के 122 पार्षद हैं जबकि बाकी के 22 पार्षद माकपा कांग्रेस और बीजेपी के हैं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के शहरी विकास और अग्निशमन मामलों के मंत्री फिरहाद हकीम को नगर निगम का मेयर और नगर निगम में मेयर परिषद के सदस्य अतिन घोष को उपमेयर बनाने की घोषणा की थी. इसके लिए राज्य विधानसभा में कोलकाता म्युनिसिपल कारपोरेशन (अमेंडमेंट) बिल भी पारित कर लिया गया है. मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद फिरहाद हाकिम और अतिन घोष को मेयर और उप मेयर के रूप में शपथ भी दिलायी गयी.