उत्तर प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है, उसी वक़्त से शहरों और कई जगहों के नाम बदलने की तैयारी चल रही है।नाम बदलने का सिलसिला थमला नहीं.ताज़ा मामला जिला हरदोई का है, जहां भाजपा के विधायक एक गाव का नाम बदलना चाहते हैं, इस बारे में उन्होने एक प्रस्ताव शासन को भी भेज दिया है।
आप को बता दें कि जब सवाजपुर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह रानू ने शासन को प्रस्ताव भेजा था, और शासन ने इस पर कार्यवाहई भी की। शासन ने इस मामले को लेकर गाव वालों की बैठक कराई, और उन से पूछा कि कितने लोग गाव का नाम बदलना चाहते हैं।मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए वोटिंग भी कराई गई है।
वोटिंग के बाद जब गिनती हुई तो शासन के यह देख कर होश उड़ गए कि नाम बदलने के पक्ष में एक भी आदमी नहीं था, सभी चाहते हैं कि गाव का नाम पुराना नाम ही रहे। गाँव वालों का कहना है कि विधायक जी कोई काम करते नहीं हैं।गाव के बहुत सारे काम पड़े हैं, उन पर कभी ध्यान नहीं दिया और आज गाव का नाम बदलने के लिए चले आए हैं, गाव के लोगों का कहना है कि नाम बदलने से विकास नहीं होगा,बल्कि काम करने से विकास होगा।
विधायक ने गाव वालों का जब यह रुख देखा तो वह वहाँ से चुप चाप वापस चले आए,और अब इस बारे में वह किसी तरह की बात नहीं कर रहे हैं।
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मिली जानकारी के अनुसार जिला हरदोई के सवाजपुर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह रानू चाहते हैं कि बाबरपुर गांव का नाम बदलकर ब्रह्मपुर किया जाए,इसके लिए उन्होने गाँव में बैठक की तो गाव के लोग ही खिलाफ हो गए,और उन्होने कहा कि हम नाम नहीं बदलना चाहते हैं, आप को बता दें कि इस गाव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है, बल्कि सारे हिन्दू हैं।इसके बावजूद वह लोग बाबरपुर गांव का नाम बदलकर ब्रह्मपुर नहीं रखना चाहते हैं।आप को बता दें कि जब सवाजपुर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह रानू ने शासन को प्रस्ताव भेजा था, और शासन ने इस पर कार्यवाहई भी की। शासन ने इस मामले को लेकर गाव वालों की बैठक कराई, और उन से पूछा कि कितने लोग गाव का नाम बदलना चाहते हैं।मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए वोटिंग भी कराई गई है।
वोटिंग के बाद जब गिनती हुई तो शासन के यह देख कर होश उड़ गए कि नाम बदलने के पक्ष में एक भी आदमी नहीं था, सभी चाहते हैं कि गाव का नाम पुराना नाम ही रहे। गाँव वालों का कहना है कि विधायक जी कोई काम करते नहीं हैं।गाव के बहुत सारे काम पड़े हैं, उन पर कभी ध्यान नहीं दिया और आज गाव का नाम बदलने के लिए चले आए हैं, गाव के लोगों का कहना है कि नाम बदलने से विकास नहीं होगा,बल्कि काम करने से विकास होगा।
विधायक ने गाव वालों का जब यह रुख देखा तो वह वहाँ से चुप चाप वापस चले आए,और अब इस बारे में वह किसी तरह की बात नहीं कर रहे हैं।