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मध्यप्रदेश चुनाव में वोटिंग हो जाने के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच ईवीएम की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. सागर से लेकर भोपाल और रीवा में ईवीएम स्ट्रांग रूम के पास संदिग्ध के पहुंचने या फिर सीसीटीवी कैमरे के बंद होने की सूचना से कांग्रेस ने विरोध शुरू कर दिया है. इसी दौरान रीवा की कलक्टर ने आक्रोशित होते हुए एक बड़ा बयान दे दिया है.बता दें कि रीवा में ईवीएम की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी ने आपत्ति दर्ज कराई थी. उन्होंने स्ट्रांग रूम पर सवाल खड़े किए थे. इसकी सूचना कलेक्टर मैथिल नायक तक पहुंची. इसके बाद कलेक्टर परिसर का निरीक्षण करने पहुंची. उनके वहां पहुंचते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सारी बातें बताई और प्रशासन-सरकार पर लापरवाही का आरोप लगा.
गोली मार दो
कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं की शिकायत सुनने के बाद कलेक्टर ने कांग्रेस प्रत्याशी से बात की. इसके बाद उन्होंने कहा कि ये चुनाव मेरे लिए मामूली है. इस चक्कर में 25 साल का साख खऱाब नहीं होने दूंगी. उन्होंने कहा कि मुझे आगे प्रिंसिपल सेक्रेटरी और चीफ सेक्रेटरी बनना है. निर्वाचन मेरे लिए कुछ नहीं है. इतना कहने के बाद उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिया कि EVM के पास कोई आए तो गोली मार देना.
सागर में नायब तहसीलदार सस्पेंड
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बता दें कि रविवार को ही सागर के नायब तहसीलदार राजेश मेहरा को ईवीएम स्ट्रांग रूम को लेकर लापरवाही बरतने में सस्पेंड कर दिया गया है. ईवीएम के मसले पर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव सहित कमलनाथ ने भी आपत्ति दर्ज कराई है. उन्होंने कहा है कि इस तरह की घटनाएं आशंका पैदा कर रही हैं.