देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को भारत का मिसाइल मैन कहा जाता है। भारत को बैलेस्टिक मिसाइल और इसरो लॉन्चिंग व्हकिल प्रोग्राम कलाम की ही देन है। डॉक्टर कलाम ने स्वदेशी लक्ष्य भेदी (गाइडेड मिसाइल्स) को डिजाइन किया। फरवरी 1982 में डॉ. अब्दुल कलाम को डी.आर.डी.एल का निदेशक नियुक्त किया गया ।
कलाम ने डॉ. वीएस अरुणाचलम के साथ इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम का प्रस्ताव तैयार किया। इस प्रस्ताव के तहत ही उन्होंने ब्रह्मोस, पृथ्वी, अग्नि, त्रिशूल, आकाश, नाग समेत कई मिसाइल बनाई। पूर्व राष्ट्रपति कलाम के डायरेक्शन में ही देश को पहली स्वदेशी मिसाइल मिली ।
ब्रह्मोस सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल :- ब्रह्मोस एक सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है। इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। इसे आर्मी और नेवी के लिए बनाया गया है। ब्रह्मोस की रेंज 290 किलोमीटर है और ये 300 किलो तक बारूद ले जाने में सक्षम है। ब्रह्मोस की विशेषता है कि हवा में ही मार्ग बदल सकती है और चलते फिरते लक्ष्य को भी भेद सकती है। इसका पहला परीक्षण १२ जून 2001 को हुआ था ।
परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम पृथ्वी मिसाइल :- पृथ्वी मिसाइल का प्रथम प्रक्षेपण 25 फारवरी 1988 में हुआ था। पृथ्वी-1 की रेज 150 किलोमीटर है। साथ ही वह 1000 किलोग्रम तक बारूद ले जाने में सक्षम है। बाद में पृथ्वी-2 और पृथ्वी-3 को लॉन्च किया गया। पृथ्वी-2 की रेज 250 किलोमीटर जबकि पृथ्वी-3 की रेंज 350 किलोमीटर है। स्वदेशी तकनीक से निर्मित पृथ्वी-2 परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम है ।
अग्नि बैलेस्टिक मिसाइल :- अग्नि मिसाइल मीडियम रेंज बैलेस्टिक मिसाइल की रेंज में आती है। इसकी मारक क्षमता 700 किलोमीटर है। 15 मीटर लंबी व 12 टन वजन की यह मिसाइल एक क्विंटल भार ले जाने में और परमाणु हमले करने में सक्षम है। अग्नि मिसाइल के अब तक पांच वर्जन लॉन्च हो चुके हैं। साथ ही ६वें वर्जन को विकसित किया जा रहा है। अग्नि ग्रुप मिसाइल के अंदर मीडियम रेंज बैलेस्टिक मिसाइल से लेकर इंटरकॉन्टेनेंटल मिसाइल तक आती है ।
अग्नि-1 :- लंबी दूरी तक मार करने वाली पहली मिसाइल है । यह 700 किमी तक 1000 किग्रा वॉरहेड ले जाने में सक्षम है। अग्नि-2: आधुनिक नेवीगेशन सिस्टम पर आधारित है। 2000 किमी तक 1000 किग्रा वॉरहेड ले जाने में सक्षम है। अग्नि-3, 4: सड़क के किनारे से भी छोड़ा जा सकता है । 3500 किमी तक 1500 किग्रा वॉरहेड ले जाने में सक्षम है।अग्नि-5: 5000 किमी तक 1000 किग्रा वॉरहेड ले जाने में सक्षम है ।
आकाश मिसाइल :- स्वदेश निर्मित सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल 25 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है और अपने साथ 60 किलोग्राम तक के हथियार भी ले जा सकती है। आकाश मानव रहित विमानों, लड़ाकू विमानों, क्रूज मिसाइलों और हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों को भी निष्क्रिय करने में सक्षम है ।
नाग मिसाइल :- नाग मिसाइल की विशेषता है कि यह टॉपअटैक- फायर एंड फोरगेट और सभी मौसम में फायर करने की क्षमता से लैस है। नाग मिसाइल लाइट वेटेड वेपन्स में आती है। हमला करने के लिए 42 किग्रा वजन की इस मिसाइल को हवा से जमीन पर मार करने के लिए हल्के वजन के हेलीकॉप्टर में भी लगाया जा सकता है। नाग मिसाइल चार किलोमीटर तक मार कर सकती है। नाग को टैंक भेदी मिसाइल कहते हैं ।
कलाम ने डॉ. वीएस अरुणाचलम के साथ इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम का प्रस्ताव तैयार किया। इस प्रस्ताव के तहत ही उन्होंने ब्रह्मोस, पृथ्वी, अग्नि, त्रिशूल, आकाश, नाग समेत कई मिसाइल बनाई। पूर्व राष्ट्रपति कलाम के डायरेक्शन में ही देश को पहली स्वदेशी मिसाइल मिली ।
ब्रह्मोस सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल :- ब्रह्मोस एक सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है। इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। इसे आर्मी और नेवी के लिए बनाया गया है। ब्रह्मोस की रेंज 290 किलोमीटर है और ये 300 किलो तक बारूद ले जाने में सक्षम है। ब्रह्मोस की विशेषता है कि हवा में ही मार्ग बदल सकती है और चलते फिरते लक्ष्य को भी भेद सकती है। इसका पहला परीक्षण १२ जून 2001 को हुआ था ।
परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम पृथ्वी मिसाइल :- पृथ्वी मिसाइल का प्रथम प्रक्षेपण 25 फारवरी 1988 में हुआ था। पृथ्वी-1 की रेज 150 किलोमीटर है। साथ ही वह 1000 किलोग्रम तक बारूद ले जाने में सक्षम है। बाद में पृथ्वी-2 और पृथ्वी-3 को लॉन्च किया गया। पृथ्वी-2 की रेज 250 किलोमीटर जबकि पृथ्वी-3 की रेंज 350 किलोमीटर है। स्वदेशी तकनीक से निर्मित पृथ्वी-2 परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम है ।
अग्नि बैलेस्टिक मिसाइल :- अग्नि मिसाइल मीडियम रेंज बैलेस्टिक मिसाइल की रेंज में आती है। इसकी मारक क्षमता 700 किलोमीटर है। 15 मीटर लंबी व 12 टन वजन की यह मिसाइल एक क्विंटल भार ले जाने में और परमाणु हमले करने में सक्षम है। अग्नि मिसाइल के अब तक पांच वर्जन लॉन्च हो चुके हैं। साथ ही ६वें वर्जन को विकसित किया जा रहा है। अग्नि ग्रुप मिसाइल के अंदर मीडियम रेंज बैलेस्टिक मिसाइल से लेकर इंटरकॉन्टेनेंटल मिसाइल तक आती है ।
अग्नि-1 :- लंबी दूरी तक मार करने वाली पहली मिसाइल है । यह 700 किमी तक 1000 किग्रा वॉरहेड ले जाने में सक्षम है। अग्नि-2: आधुनिक नेवीगेशन सिस्टम पर आधारित है। 2000 किमी तक 1000 किग्रा वॉरहेड ले जाने में सक्षम है। अग्नि-3, 4: सड़क के किनारे से भी छोड़ा जा सकता है । 3500 किमी तक 1500 किग्रा वॉरहेड ले जाने में सक्षम है।अग्नि-5: 5000 किमी तक 1000 किग्रा वॉरहेड ले जाने में सक्षम है ।
आकाश मिसाइल :- स्वदेश निर्मित सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल 25 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है और अपने साथ 60 किलोग्राम तक के हथियार भी ले जा सकती है। आकाश मानव रहित विमानों, लड़ाकू विमानों, क्रूज मिसाइलों और हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों को भी निष्क्रिय करने में सक्षम है ।
नाग मिसाइल :- नाग मिसाइल की विशेषता है कि यह टॉपअटैक- फायर एंड फोरगेट और सभी मौसम में फायर करने की क्षमता से लैस है। नाग मिसाइल लाइट वेटेड वेपन्स में आती है। हमला करने के लिए 42 किग्रा वजन की इस मिसाइल को हवा से जमीन पर मार करने के लिए हल्के वजन के हेलीकॉप्टर में भी लगाया जा सकता है। नाग मिसाइल चार किलोमीटर तक मार कर सकती है। नाग को टैंक भेदी मिसाइल कहते हैं ।