आल इंडिया मजलिस इत्तिहादुल मुस्लिमीन व हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में तीन निजी विधेयक पेश किए हैं, इस बारे में असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करके जानकारी भी दी है, असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि मैंने लोकसभा में विधेयक पेश किए हैं। एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने बताया है कि यह विधेयक भीड़ के हाथों हिंसा,सीमांचल को न्याद दिलाना और चुनाव लड़ने के लिए उम्रसीमा कम करने के बारे में है, इस विधेयक में असदुद्दीन ओवैसी ने मांग की है कि बिहार के सीमांचल छेत्र में तरक़्क़ी के लिए सीमांचल क्षेत्र विकास परिषद की स्थापना की जाये, वहीं चुनाव लड़ने की उम्र 25 साल से कम करके 18 साल किया जाये।
आप को बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी लोकसभा के मेम्बर हैं, और वह लोकसभा में अपनी बात बेबाकी से रखते हैं, वह हर मुद्दे पर जमकर बोलते हैं। अभी हाल ही में तीन तलाक मामले पर भी उन्होने मोदी सरकार का लोकसभा के अंदर जमकर विरोध किया था। वहीं इसके इलावा वह हर उस बात पर आवाज़ उठाते हैं, जो उन्हें गलत लगता है। हाल में सबसे ज़्यादा वह तीन तलाक बिल को लेकर सरकार की आलोचना करते रहे हैं। आल इंडिया मजलिस इत्तिहादुल मुस्लिमीन व हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी इस बात की प्रयास हमेशा करते रहे हैं कि संसद में तीन तलाक बिल पास न होने पाये,
और इसके लिए वह आवाज़ उठाते रहे हैं, तीन तलाक बिल पर सुनवाई के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने इस बिल की जमकर मुखालिफत की थी, और इसे मुस्लिम महिलाओं पर ज़ुल्म बताया था।
असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि इस बिल से मुस्लिम महिलाओं को इंसाफ नहीं मिलेगा, बल्कि इस से उन्हें और ज़्यादा परेशानी होगी। इस लिए इस बिल को पास न किया जाये, लेकिन अब यह बिल पास हो चुका है। और राज्य सभा में लटका हुआ है।
आप को बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी लोकसभा के मेम्बर हैं, और वह लोकसभा में अपनी बात बेबाकी से रखते हैं, वह हर मुद्दे पर जमकर बोलते हैं। अभी हाल ही में तीन तलाक मामले पर भी उन्होने मोदी सरकार का लोकसभा के अंदर जमकर विरोध किया था। वहीं इसके इलावा वह हर उस बात पर आवाज़ उठाते हैं, जो उन्हें गलत लगता है। हाल में सबसे ज़्यादा वह तीन तलाक बिल को लेकर सरकार की आलोचना करते रहे हैं। आल इंडिया मजलिस इत्तिहादुल मुस्लिमीन व हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी इस बात की प्रयास हमेशा करते रहे हैं कि संसद में तीन तलाक बिल पास न होने पाये,
और इसके लिए वह आवाज़ उठाते रहे हैं, तीन तलाक बिल पर सुनवाई के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने इस बिल की जमकर मुखालिफत की थी, और इसे मुस्लिम महिलाओं पर ज़ुल्म बताया था।
असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि इस बिल से मुस्लिम महिलाओं को इंसाफ नहीं मिलेगा, बल्कि इस से उन्हें और ज़्यादा परेशानी होगी। इस लिए इस बिल को पास न किया जाये, लेकिन अब यह बिल पास हो चुका है। और राज्य सभा में लटका हुआ है।