एक कहावत जो बड़ी मशहूर है उसमें कहा गया है कि जिस चीज़ को आप जितना दबाते हैं वो उतनी ही तेज़ी से ऊपर उठती है. इसी कहावत का एक नमूना है भारत में बीफ़ का कारोबार, हालांकि भारत में तो बीफ़ को लेकर ख़ूब हंगामा किया गया और हंगामा करने वालों को बीजेपी समर्थक भी कहा गया लेकिन इस सब के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में कोई एक इंडस्ट्री अगर देश में आगे बढ़ी है तो वो बीफ़ इंडस्ट्री ही है.
मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से इस व्यापार के एक्सपोर्ट में 15% से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है जिसके बाद भारत बीफ़ एक्सपोर्ट में ब्राज़ील को दो नंबर पे धकेल कर नंबर एक पर आ गया है.
बीफ़ एक्सपोर्ट करने वाली 6 बड़ी कंपनियों में से 4 के मालिक ब्राह्मण हैं. ये एक चौंकाने वाला तथ्य भी है क्यूंकि “गौ-रक्षक” नाम के गौ-आतंकीयों का निशाना ब्राह्मण नहीं बल्कि मुसलमान और दलित होते हैं.
दुनिया की सबसे ज्यादा बीफ़ सप्लाई करने वाली कंपनी की मालिक भी एक ब्राह्मण हैं. इंद्रा नूरी जो तमिल ब्राह्मण हैं भारत अक्सर आती रहती हैं और मंदिरों का दौरा भी करती हैं जहां वो धार्मिक क्रिया करती हैं. नूयी की मुलाक़ात प्रधानमंत्री मोदी से भी होती रहती है.मेटाडोर प्रोडक्ट्स जो कि नूयी की कंपनी पेप्सिको के ज़रिये बाज़ार में आता है, अमरीका में एक मशहूर ब्रांड है.
मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से इस व्यापार के एक्सपोर्ट में 15% से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है जिसके बाद भारत बीफ़ एक्सपोर्ट में ब्राज़ील को दो नंबर पे धकेल कर नंबर एक पर आ गया है.
बीफ़ एक्सपोर्ट करने वाली 6 बड़ी कंपनियों में से 4 के मालिक ब्राह्मण हैं. ये एक चौंकाने वाला तथ्य भी है क्यूंकि “गौ-रक्षक” नाम के गौ-आतंकीयों का निशाना ब्राह्मण नहीं बल्कि मुसलमान और दलित होते हैं.
दुनिया की सबसे ज्यादा बीफ़ सप्लाई करने वाली कंपनी की मालिक भी एक ब्राह्मण हैं. इंद्रा नूरी जो तमिल ब्राह्मण हैं भारत अक्सर आती रहती हैं और मंदिरों का दौरा भी करती हैं जहां वो धार्मिक क्रिया करती हैं. नूयी की मुलाक़ात प्रधानमंत्री मोदी से भी होती रहती है.मेटाडोर प्रोडक्ट्स जो कि नूयी की कंपनी पेप्सिको के ज़रिये बाज़ार में आता है, अमरीका में एक मशहूर ब्रांड है.