2010 के आईएएस टॉपर शाह फैसल सिविल सेवा छोड़ने के बाद कश्मीर के एक और अधिकारी ने समाज की सेवा के लिए प्रभारी कानून अधिकारी एडवोकेट हसन बाबर नेहरू ने भी अपना इस्तीफा सरकार को सौंप दिया है।
एक मीडिया हाउस को दिया साक्षात्कार में उन्होंने अपने इस निर्णय का खुलासा किया , उन्होंने कहा कि एक ईमानदार लोक सेवक को दिन-प्रतिदिन के जीवन के अधीन किया जाता है, जबकि वे सिस्टम की बुरी प्रथाओं से लड़ने के लिए मजबूर होते हैं। अधिवक्ता हसन बाबर को दिसंबर 2016 के महीने में विधि विभाग में प्रभारी विधि अधिकारी जम्मू के रूप में नियुक्त किया गया था ।
उन्होंने कहा कि वह अब उस प्रणाली ’का हिस्सा नहीं हो सकते हैं, जो केवल लोगों के लिए दुखों को बढ़ाता है, इसलिए उन्होंने’ इस प्रणाली से अपने आप को दूर कर न्याय के लिए लड़ने का फैसला किया।
एक मीडिया हाउस को दिया साक्षात्कार में उन्होंने अपने इस निर्णय का खुलासा किया , उन्होंने कहा कि एक ईमानदार लोक सेवक को दिन-प्रतिदिन के जीवन के अधीन किया जाता है, जबकि वे सिस्टम की बुरी प्रथाओं से लड़ने के लिए मजबूर होते हैं। अधिवक्ता हसन बाबर को दिसंबर 2016 के महीने में विधि विभाग में प्रभारी विधि अधिकारी जम्मू के रूप में नियुक्त किया गया था ।