बीते दिनों यूपी के बुलंदशहर में हुई हिं सा पर पुलिस विभाग किस कदर लीपा पोती कर रही है, उसका अंदाजा सभी को हो गया है. एक तरफ जहाँ पुलिस विभाग अपने ही अधिकारी की शहादत का मज़ाक उड़ा रहा है तो दूसरी तरफ अब वह मुख्य आरोपियों को पकड़ने के बजाय मुस्लिम समाज में बेक़सूर लोगों को प्रताड़ित कर रहा है. अब इस मामले में द वायर ने अपनी रिपोर्ट में एक बड़ा खुलासा किया है, जिसके मुताबिक़, पुलिस ने गो!कशी के मामले में जिन चार मुसलमा!नों को गिरफ्तार करके जे!ल में बंद कर दिया है, वह सभी बेक़सूर हैं.
हालाँकि अब यह बात सबी जुबां में पुलिस ने भी मान लिया है और कहा जा रहा है कि इन्हें रिहा करने के लिए पुलिस जल्द ही कोर्ट जाने वाली है. आपको बता दें कि कथित गो!कशी के मामले में 7 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. यह मुकदमा इस हिं!सा के मुख्य आरोपी योगेश राज की शिकायत पर दर्ज की गई थी. लेकिन अब यह साफ़ हो गया है कि बज!रंग दल के कार्यकर्ता योगेश राज ने झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई थी. आपको बता दें कि पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के मामले में भी योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया गया है.
बहरहाल, इस मामले में करीब दो हफ्ते पहले सैफ़ुद्दीन, साजिद, आसिफ़ और नन्हे को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था. लेकिन अब प्रथम दृष्टया उन्हें बेक़सूर पाया गया है.
बड़ी बात यह है कि गोक!शी के मामले में जिन सात लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया था, उनमे से दो बच्चे थी, जिनकी उम्र करीब 11-12 साल के आसपास है.
हालाँकि अब पुलिस ने अपनी गलती मान ली है. फिलहाल उम्मीद की जा रही है कि निर्दोष मुस्लिम युवक जल्द ही जेल से रिहा हो जायेंगे.
लेकिन अहम सवाल यह है कि इस मामले का मुख्य आरोपी और बज!रंग दल का नेता कब पुलिस की गिरफ्त में आएगा. वहीँ इस मामले को देखने ही पुलिस की संवेदनशीलता और निष्पक्षता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
हालाँकि अब यह बात सबी जुबां में पुलिस ने भी मान लिया है और कहा जा रहा है कि इन्हें रिहा करने के लिए पुलिस जल्द ही कोर्ट जाने वाली है. आपको बता दें कि कथित गो!कशी के मामले में 7 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. यह मुकदमा इस हिं!सा के मुख्य आरोपी योगेश राज की शिकायत पर दर्ज की गई थी. लेकिन अब यह साफ़ हो गया है कि बज!रंग दल के कार्यकर्ता योगेश राज ने झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई थी. आपको बता दें कि पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के मामले में भी योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया गया है.
बहरहाल, इस मामले में करीब दो हफ्ते पहले सैफ़ुद्दीन, साजिद, आसिफ़ और नन्हे को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था. लेकिन अब प्रथम दृष्टया उन्हें बेक़सूर पाया गया है.
बड़ी बात यह है कि गोक!शी के मामले में जिन सात लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया था, उनमे से दो बच्चे थी, जिनकी उम्र करीब 11-12 साल के आसपास है.
हालाँकि अब पुलिस ने अपनी गलती मान ली है. फिलहाल उम्मीद की जा रही है कि निर्दोष मुस्लिम युवक जल्द ही जेल से रिहा हो जायेंगे.
लेकिन अहम सवाल यह है कि इस मामले का मुख्य आरोपी और बज!रंग दल का नेता कब पुलिस की गिरफ्त में आएगा. वहीँ इस मामले को देखने ही पुलिस की संवेदनशीलता और निष्पक्षता का अंदाजा लगाया जा सकता है.